Best Strategy for Trading Success: प्रॉफिटेबल ट्रेडिंग के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी – स्टॉक मार्केट और ऑप्शन ट्रेडिंग में कैसे बनें सफल ट्रेडर

Best Strategy for Trading Success: स्टॉक मार्केट एक बहुत ही जटिल और व्यापक विषय है। इसमें पैसा कमाने के कई तरीके हैं। हर ट्रेडर और इन्वेस्टर्स की अपनी एक अलग स्ट्रेटेजी होती है। जिसने जिस प्रॉफिटेबल ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Profitable Trading Strategy) पर महारत हासिल कर ली, वो उसी स्ट्रेटेजी के साथ ट्रेड करता है।

Best Strategy for Trading Success
Best Strategy for Trading Success

क्योंकि स्टॉक मार्केट अपने आप में इतना विशाल और व्यापक है जिसको किसी एक प्रॉफिटेबल स्ट्रेटेजी में सीमित रख पाना असंभव है। स्टॉक मार्केट में अपने कई वर्षों के अनुभव और सफल बैकटेस्टिंग के आधार पर इस लेख में जिस प्रॉफिटेबल ट्रेडिंग के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी का जिक्र हम करने जा रहे हैं, उसका नाम हमने 6 Steps of Best Profitable Trading Strategy रखा है। 

प्रॉफिटेबल ट्रेडिंग के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी के ये 6 स्टेप्स हैं – कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Patterns) का पहचान, सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल (Support Resistance Level) का ज्ञान, एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) ट्रेडिंग की जानकारी, स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (SMI) स्ट्रेटेजी की जानकारी, ऑर्डर ब्लॉक (Order Block) का पहचान, और फेयर वैल्यू गैप (Fair Value Gap or FVG) स्ट्रेटेजी की जानकारी। आइये इन 6 स्टेप्स को अब विस्तार से समझे।

कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Patterns)

Candlestick Pattern
Candlestick Pattern

कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Patterns) – कैंडलस्टिक और कैंडलस्टिक पैटर्न्स का पहचान करना किसी भी ट्रेडर के लिए चाहे वो स्टॉक मार्केट में किसी भी फाइनेंशियल यूनिट में ट्रेडिंग ये इन्वेस्टमेंट करता हो, उसके लिए यह बहुत ही बेसिक और महत्वपूर्ण जरूरी जानकारी में से एक है। चाहे वो इक्विटी में ट्रेड करता हो, इंट्राडे ट्रेडिंग करता हो, या ऑप्शन ट्रेडिंग (Option Trading) करता हो। 

    कैंडलस्टिक और कैंडलस्टिक पैटर्न शेयर की कीमत के उतार-चढ़ाव को सरल और प्रभावी ढंग से समझने में मदद करते हैं। उनकी सहायता से ट्रेडर बाजार की दिशा और भावी कीमतों का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए कैंडलस्टिक का पहचान बहुत ही जरूरी है। 

    कैंडलस्टिक पैटर्न्स को पढ़ना और समझना आसान होता है, जिससे नए और अनुभवी ट्रेडर्स दोनों इसका लाभ उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, बुलिश इंगुलफिंग (Bullish Engulfing) और हैमर (Hammer) जैसे पैटर्न्स बाजार में खरीदारी (Buying) के संकेत देते हैं, जबकि बेयरिश इंगुल्फिंग (Bearish Engulfing) और शूटिंग स्टार (Shooting Star) बाजार में बिकवाली (Selling) के संकेत देते हैं।

    जब ट्रेडर्स सही तरीके से कैंडलस्टिक पैटर्न्स का उपयोग करते हैं, तो वे सही समय पर सही निर्णय लेकर सफल ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बना सकते हैं। यह पैटर्न्स टेक्निकल एनालिसिस का एक अहम हिस्सा हैं, जो बाजार की गति को समझने और बेहतर ट्रेडिंग निर्णय लेने में सहायता करते हैं। इसलिए, कैंडलस्टिक पैटर्न्स की पहचान और इसको अपने ट्रेडिंग रणनीति में शामिल करना, प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनने की दिशा में सबसे बेसिक, महत्वपूर्ण और जरूरी पहला स्टेप है। 

    सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल (Support Resistance Level)

    Support Resistance Level
    Support Resistance Level

    सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल (Support Resistance Level) – सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल को पहचान करना सफल ट्रेडर बनने की दिशा में दूसरा अत्यंत महत्वपूर्ण स्टेप है। सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल शेयर बाजार की कीमतों के रुझानों को समझने में मदद करते हैं और ट्रेडर्स तथा निवेशकों को सही ट्रेडिंग निर्णय लेने में सहायता करते हैं। सपोर्ट लेवल (Support Level) वह लेवल पॉइंट है जहां कीमतें गिरावट के बाद स्थिर होती हैं और बढ़ने लगती हैं, जबकि रेजिस्टेंस लेवल (Resistance Level) वह लेवल पॉइंट है जहां कीमतें बढ़ने के बाद स्थिर होती हैं और गिरने लगती हैं।

      इन लेवल्स को जानना ट्रेडर्स के लिए इसलिए जरूरी है क्योंकि ये बाजार के रुझान को एक दिशा देने में मदद करते हैं। अगर आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल्स को समझे बिना ट्रेडिंग करते हैं, तो आप बाजार के सही रुझान को नहीं पकड़ पाएंगे, जिससे आपके ट्रेड्स में जोखिम और असफलता की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, सफल ट्रेडर बनने के लिए सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल्स का ज्ञान होना अनिवार्य है।

      एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (Exponential Moving Average)

      Exponential Moving Average - EMA
      Exponential Moving Average – EMA

      एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (Exponential Moving Average) – एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) एक प्रभावशाली टेक्निकल एनालिसिस इंडिकेटर है जो प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनने के लिए और ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। ये इंडिकेटर किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफार्म के चार्टिंग वेबसाइट एप्लीकेशन पर फ्री में उपलब्ध होता है। एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) शेयर अथवा इंडेक्स ऑप्शन के कीमतों के हाल के चाल को अधिक महत्व देता है, जिससे यह अधिक सटीक और तेजी से बाजार की दिशा जिसे ट्रेंडलाइन (Trendline) कहते हैं, इसे पहचानने में मदद करता है।

        EMA का उपयोग करके ट्रेडर्स बाजार के ट्रेंड्स को बेहतर समझ सकते हैं और तेजी या मंदी के संकेतों को पहचान सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब EMA क्रॉसओवर (EMA Crossover) होता है, तो यह संभावित ट्रेडिंग अवसर और किसी ट्रेंड रिवर्सल (Trend Reversal) के संकेत को पहचानने में मदद करता है। 

        अगर आप EMA का सही तरीके से उपयोग नहीं करते हैं, तो आप बाजार की मौजूदा दिशा और रुझानों को सही ढंग से नहीं समझ पाएंगे, जिससे आपके ट्रेड्स में जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए एक प्रॉफिटेबल सफल ट्रेडर बनने के लिए एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (Exponential Moving Average) का सही ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है।

        स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (Stochastic Momentum Index)

        Stochastic Momentum Index
        Stochastic Momentum Index

        स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (Stochastic Momentum Index) – स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स बाजार में शेयरों तथा ऑप्शन के मूल्य की गति और ओवरबॉट (Overbought) तथा ओवरसोल्ड (Oversold) स्थिति की पहचान करने में मदद करता है। यह स्टोकेस्टिक ऑस्सीलेटर (Stochastic Oscillator) का एक विकसित रूप है जो अधिक सटीक और विश्वसनीय संकेत देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

          स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (SMI) की गणना मूल्य के मौजूदा लेवल की तुलना हाल के उच्च और निम्न ट्रेडिंग पॉइंट से की जाती है। इसके दो मुख्य लाइन्स, SMI और सिग्नल लाइन (Signal Lines), एक साथ चार्ट पर प्लॉट किये जाते हैं। जब SMI अपनी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह खरीदारी (Buying) या बिक्री (Selling) के संकेत देता है।

          स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (SMI) का उपयोग करने से ट्रेडर्स को बाजार के ट्रेंड को सही सही पहचानने में मदद मिलती है। यह ओवरबॉट (Overbought) और ओवरसोल्ड (Oversold) स्थितियों को पहचानने में मदद करता है, जिससे सही समय पर ट्रेडिंग निर्णय लेना आसान होता है।

          अतः स्टोकेस्टिक मोमेंटम इंडेक्स (SMI) का सही उपयोग करके आप ट्रेडिंग में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं और सफल निवेशक बन सकते हैं। प्रोफिटेबल Option Trader बैंक निफ़्टी, निफ़्टी, तथा मिडकैप निफ़्टी जैसे फ्यूचर एंड ऑप्शन्स (Future & Options) Option Trading के दौरान अक्सर इसका उपयोग करते हैं।

          ऑर्डर ब्लॉक (Order Block)

          Order Block
          Order Block

          ऑर्डर ब्लॉक (Order Block) – ऑर्डर ब्लॉक का पहचान करना सफल प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनने के लिए बहुत आवश्यक होता है। आर्डर ब्लॉक का पहचान करना किसी भी सफल प्रॉफिटेबल ट्रेडर के द्वारा टेक्निकल एनालिसिस करने का एक बेहतरीन तरीका है जो बाजार में बड़े संसंथानो तथा निवेशकों द्वारा बाजार में एंट्री को पहचानने में बहुत मददगार साबित होता है।

          ऑर्डर ब्लॉक ट्रेडिंग चार्ट पर वह पॉइंट होता है जहां बड़ी मात्रा में Buy एंड Sell ऑर्डर एकत्रित होते हैं। ये ब्लॉक्स आमतौर पर बड़े निवेशकों या संस्थागत ट्रेडर्स द्वारा बनाए जाते हैं और ये बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। इसकी पहचान चार्ट पर बन रहे कैंडल और कैंडल पैटर्न्स से की जाती है। 

            ऑर्डर ब्लॉक का पहचान करके ट्रेडर्स को यह समझने में मदद मिलती है कि किस लेवल पर बड़े ट्रेडर बाजार में बड़ी मात्रा में ट्रेडिंग गतिविधि को अंजाम दे रहे है, और कब किस लेवल पर बाजार में एंट्री और एग्जिट कर रहे हैं।

            फेयर वैल्यू गैप (Fair Value Gap or FVG)

            FAIR VALUE GAP
            FAIR VALUE GAP

            फेयर वैल्यू गैप (Fair Value Gap or FVG) – फेयर वैल्यू गैप (FVG) वह कैंडल गैप एरिया होता है जो तीन कैंडल्स के बीच दूसरे कैंडल पर बनता है। जहां चार्ट पर मूल्य दो कैंडल्स के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर या गैप के साथ दिखाई देता है, जो आमतौर पर हाई वॉल्यूम (High Trading Value) वाले ट्रेड्स के कारण उत्पन्न होता है। यह गैप बाजार में असंतुलन को दर्शाता है, जहां ट्रेड मूल्य के वास्तविक मूल्यांकन से अलग हटकर दिखाई देता है।

              फेयर वैल्यू गैप (FVG) को पहचानने के लिए, ट्रेडर्स को चार्ट पर मूल्य के अचानक और महत्वपूर्ण बदलावों को देखना होता है। यह गैप आमतौर पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों के आसपास बनता है और इनका विश्लेषण करने से भविष्य की कीमतों की दिशा का सही अनुमान लगाया जा सकता है।

              फेयर वैल्यू गैप (FVG) का उपयोग करने से ट्रेडर्स को बाजार की सटीक दिशा और संभावित उलटफेर को समझने में मदद मिलती है। FVG की यह जानकारी ट्रेडर्स को सही समय पर ट्रेडिंग निर्णय लेने में सहायक होता है, जिससे ट्रेडर्स अधिक प्रॉफिटेबल (Profitable) और सफल (Successful) बन सकते हैं। इसलिए, फेयर वैल्यू गैप (FVG) को समझना और उसका सही तरीके से उपयोग करना किसी भी सफल और लाभदायक ट्रेडिंग रणनीति के लिए अनिवार्य है।

              ओपिनियन

              प्रॉफिटेबल ट्रेडिंग के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी के इस लेख में जिस 6 स्टेप्स को ऊपर बताया गया है, उनको विस्तार से समझना बहुत आवश्यक है। और यहाँ ऊपर इनके बारे में बहुत ही संछिप्त रूप से चर्चा की गयी है, ताकि आप प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनने के बेस्ट स्ट्रेटेजी के बारे में अवगत हो सके तथा अपने स्टोकमार्केट एजुकेशन (Stockmarket) को आगे बढ़ा सके। 

              वैसे तो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने और प्रॉफिट कमाने के कई स्ट्रेटेजी हैं लेकिन यहाँ ऊपर जिन स्टेप्स के बाड़े में हमने बताया है वे बड़े बड़े सफल प्रॉफिटेबल ट्रेडर्स के द्वारा ट्रेडिंग करने के दौरान उपयोग किया जाता है। जैसे जैसे आप अपने ट्रेडिंग एजुकेशन (Trading Education) को आगे बढ़ाएंगे आप कई महत्वपूर्ण स्ट्रेटेजी खुद बना लेंगे जो आप अपने ट्रेडिंग स्टाइल को शूट करेगा।

              लेकिन फिर ये स्ट्रेटेजी जिसकी चर्चा हमने ऊपर की है अब तक की हमारे लिए सबसे बेहतरीन प्रॉफिटेबल स्ट्रेटेजी है, जो हमारे ट्रेड को आसान और प्रॉफिटेबल बनता है। हमारा विश्वास है की आप इसका लाभ जरूर उठाएंगे और ट्रेडिंग के दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने स्टॉक मार्किट और ट्रेडिंग नॉलेज को और अधिक सटीक बनाते हुए एक सफल प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनेंगे। 

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