
Candlestick Pattern vs Chart Pattern: स्टॉक मार्केट में Candlestick Pattern और Chart Pattern क्या होता है? – कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न स्टॉक मार्केट में दोनों ही किसी भी ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को टेक्निकल एनालिसिस करने में बहुत मदद करते हैं। बिना इन पैटर्न्स को समझे शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस करना बहुत मुश्किल है।
Candlestick Patterns और Chart Patterns ये दोनों ही किसी नए ट्रेडर या इन्वेस्टर्स को एक जैसे लग सकते हैं। लेकिन ये दोनों पैटर्न्स व्यावहारिक रूप से अलग अलग होते हैं। तथा ये दोनों शेयर बाजार में ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को अलग अलग जानकारी देते हैं। Candlestick Pattern और Chart Pattern को ठीक से समझने के लिए हमें पहले इन दोनों में क्या अंतर है इसे समझना होगा। आइये पहले कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न में क्या अंतर है इसे ठीक से समझते हैं।
यह भी पढ़ेंः ट्रेडिंग कैसे करते हैं: ट्रेडिंग कैसे सीखें (Trading Kaise Karte Hain), पूरी जानकारी हिंदी में।
Candlestick Pattern vs Chart Pattern: कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न में अंतर
कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न में अंतर टेक्निकल एनालिसिस के डेटा के विश्लेषण की गहराई और मापदंड के आधार पर।
- कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern): ये पैटर्न बाजार में एक छोटी अवधि के व्यक्तिगत मूल्यों के बारे में बताता है, जैसे की मिनट, घंटे, या दिन के आधार पर प्राइस के उतार चढाव का पता लगाना।
- चार्ट पैटर्न (Chart Pattern): ये पैटर्न शेयर बाजार में बन रहे कैंडलस्टिक के एक समूह के डेटा का विश्लेषण करके बड़े टाइम फ्रेम पर बन रहे मूल्यों (Price) को बताता है। जैसे दैनिक टाइम फ्रेम (Daily Time Frame), साप्ताहिक टाइम फ्रेम (Weekly Time Frame), या मासिक टाइम फ्रेम (Monthly Time Frame)। चार्ट पैटर्न कैंडल पैटर्न की तुलना में अधिक विश्वसनीय और विस्तृत होता है।
Candlestick Pattern vs. Chart Pattern: बनावट के आधार पर।
- कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern): इस पैटर्न में चार महत्वपूर्ण तत्त्व होते हैं, कैंडल ओपन, कैंडल क्लोज, कैंडल हाई, और कैंडल का लो प्राइस। ये पैटर्न रेक्टेंगुलर बॉक्स के तरह बनता है जिसके भरे बॉक्स नुमा पार्ट को कैंडल का बॉडी कहते हैं और एक डंडे की तरह बने हुए पार्ट को विक्स या शैडो कहते हैं। विक्स कैंडल के बॉडी के दोनों तरफ ऊपर या निचे बनता है या सिर्फ ऊपर या कैंडल बॉडी के सिर्फ निचे। ये इस बात पर निर्भर करता है की चार्ट पर कौन सा कैंडल बन रहा है उसी की आधार पर कैंडल का बॉडी और विक्स भी बनता है।
- चार्ट पैटर्न (Chart Pattern): चूँकि ये पैटर्न कैंडल पैटर्न (Candle Pattern) के समूह (Candle Group) से बनता है इसलिए ये चार्ट पैटर्न गणित के विशेष आकार के रूप में बनता है। जैसे त्रिकोण (Triangular), हेड एंड शोल्डर (Head and Shoulder), फ्लैग्स (Flag), पेन्नाण्ट्स (Pennants), और रैक्टेंगुलर (Rectangular) पैटर्न।
Candlestick Pattern vs. Chart Pattern: बाजार भावना (Market Sentiment) के आधार पर
- कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern): ये पैटर्न बाजार में छोटे समय में चल रहे खरीदारों (Buyers) और विक्रेताओं (Sellers) के बिच संघर्ष (Competition) को मापता और दर्शाता है। अलग अलग पैटर्न अलग अलग मार्केट सेंटीमेंट्स (Market Sentiments) को दर्शाते हैं। जैसे बुलिश सेंटीमेंट (Bullish Sentiment) जिसे बाजार में तेज़ी कहते है, बिअरीश सेंटीमेंट (Bearish Sentiment) जिसे मंदी कहती है, तथा साइडवेज़ मार्केट सेंटीमेंट (Sideways Market Sentiment) जिसे बाजार की सुस्ती या अनिर्णय की भावना भी कहते हैं, इनको दर्शाता है।
- चार्ट पैटर्न (Chart Pattern): ये पैटर्न शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर बाजार के रुख और रुझानों को पहचानने के लिए उपयोग किया जाता है। जैसे की ट्रेंड रिवर्सल (Trend Reversal) या कंटिन्यूएशन (Trend Continuation)। ये चार्ट पैटर्न बाजार में बयेर्स (Buyers) और सेलर्स (Sellers) के बीच मांग और पूर्ति को सही सही पहचानने में मदद करते हैं।

Candlestick Pattern vs. Chart Pattern: समय निर्धारण (Timing) के आधार पर
कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern): ये पैटर्न बाजार में ट्रेडर्स (Traders) को ट्रेड में एंट्री या ट्रेड से एग्जिट करने के लिए एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स (Trade Entry and Exit Points) के लिए संकेत देता है। जैसे बुल्लिश पैटर्न ट्रेडर को ट्रेड में खरीदारी करने के लिए संकेत दे सकता है और बेयरिश पैटर्न ट्रेडर को ट्रेड में बेचने के लिए संकेत दे सकता है।
चार्ट पैटर्न (Chart Pattern): ये पैटर्न ट्रेडर्स को ट्रेड में होने वाली संभावना और परिवर्तन के बारे में संकेत देता है लेकिन ये चार्ट पैटर्न कैंडलस्टिक पैटर्न की तुलना में ट्रेड टाइमिंग के लिए काम सटीक होता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern) और चार्ट पैटर्न (Chart Pattern) के कुछ उदाहरण
कैंडलस्टिक पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं, हैमर कैंडलस्टिक (Hammer Candlestick), डोजी कैंडलस्टिक (Doji Candlestick), शूटिंग स्टार (Shooting Star), स्पिनिंग टॉप (Spinning Top), मारुबोजु (Marubozu Candlestick) आदि जो NSE बैंकनिफ्टी और निफ़्टी के चार्ट पर आये दिन बनते रहते हैं।
चार्ट पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं, ट्रायंगल (Triangle), डबल टॉप्स (Double Tops), बॉटम्स (Bottoms), कप एंड हैंडल (Cup and Handle), हेड एंड शोल्डर्स (Head एंड Shoulders) इत्यादि।
कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern) और चार्ट पैटर्न (Chart Pattern) छोटे शब्दों में
किसी भी ट्रेडर्स के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न दोनों ही महत्वपूर्ण है। किसी भी एक पर निर्भर रह कर ट्रेड करना संभव नहीं होता। कैंडलस्टिक पैटर्न छोटे समय में शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स को समझने में मदद करता है और ट्रेडर्स को ट्रेड में एंट्री करने और ट्रेड से एग्जिट करने के लिए एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स का संकेत देता है। जबकि चार्ट पैटर्न ट्रेडर्स के लिए बड़े अस्तर पर बाजार के सेंटीमेंट को पहचाने में मदद करता है।
Candlestick Patterns कितने प्रकार के होते हैं? पूरी लिस्ट और उदाहरण हिंदी में
Candlestick Patterns कितने प्रकार के होते हैं: स्टॉक मार्केट में 75 ऐसे कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Patterns) हैं जो आमतौर पर बहुत प्रसिद्ध है। लेकिन अभी ऐसे बहुत से कैंडलस्टिक पैटर्न्स स्टॉक मार्केट में है या हो सकते हैं जिनके बारे में अभी तक पता नहीं लगाया जा चुका है, या जिन पर अभी शोध और बैकटेस्टिंग करना बाकी है। निचे जिन 75 कैंडलस्टिक पैटर्न्स के बारे में हम विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं ये वो कैंडलस्टिक पैटर्न्स हैं जिनका बैकटेस्टिंग हमने अपने ट्रेडिंग करियर में किया हुआ है। और ये कैंडलस्टिक पैटर्न्स सटीक संकेत देते हैं।
1. एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न (Advance Block Candlestick Pattern): एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न बुलिश ट्रेंड के कमज़ोर होने का संकेत देता है। इस पैटर्न में तीन लगातार बढ़ते हुए क्रम में बुलिश कैंडल होते हैं जो एक दूसरे के ऊपर के ब्लॉक के रूप में दिखाई देते हैं।
एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न को कैसे पहचाने?
- पहला कैंडल: पहला ग्रीन कैंडल बड़ा और बुलिश (Bullish) होता है, जो बाजार में स्ट्रांग खरीदारी का संकेत देता है।
- दूसरा कैंडल: दूसरा ग्रीन कैंडल भी बुलिश (Bullish) ही होता है, लेकिन इसका बॉडी पहले कैंडल के तुलना में छोटा होता है और इसकी ओपनिंग पिछले कैंडल के बॉडी के अंदर होती है।
- तीसरा कैंडल: तीसरा ग्रीन कैंडल भी बुलिश (Bullish) ही होता है, लेकिन इसका बॉडी दूसरे कैंडल के तुलना में और भी छोटा होता है और इस तीसरे कैंडल का बॉडी इसके पहले वाले दूसरे कैंडल के अंदर ही होता है।
एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न का महत्व (Importance of Advance Block Candlestick Pattern)
स्टॉक मार्केट में जब भी एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न बने तो ट्रेडर्स को सतर्क हो जाना चाहिए। क्यूंकि एडवांस ब्लॉक कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में बुलिश ट्रेंड के कमज़ोर होने का संकेत देता है। और ये एक बाजार में रिवर्सल की संभावना को दर्शाता है। मतलब बाजार में बुलिश ट्रेंड ख़त्म हो रहा है और बाजार यहाँ से निचे गिर सकता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी का शेयर ₹500 से बढ़कर ₹550 हो जाता है। पहली कैंडल ₹550 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹560 पर बंद होती है लेकिन छोटी होती है, और तीसरी कैंडल ₹565 पर बंद होती है और उसका बॉडी बहुत छोटा होता है, लगभग डोजी के समान। यह पैटर्न बाजार में बिकवाली के संकेत देता है और संभावित गिरावट की ओर इशारा करता है।
2. बियरिश एबेंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Abandoned Baby Pattern): बियरिश एबेंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

जैसा की इसके नाम से ही पता चल रहा है, बियरिश एबेंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न एक बियरिश (Bearish) कैंडलस्टिक पैटर्न है जो बाजार में मंदी का संकेत देता है। आइये इसके बनावट को समझे।
बियरिश एबेंडन्ड बेबी पैटर्न को कैसे पहचाने?
- पहला कैंडल: पहला कैंडल एक मजबूत बुलिश कैंडल होता है जो बाजार में स्ट्रांग बाइंग का संकेत देता है।
- दूसरा कैंडल: इस दूसरे कैंडल को “एबेंडन्ड बेबी” कहा जाता है जो की एक डोजी कैंडल होता है जिसमें कोई भी स्पष्ट ऊपरी या निचला हिस्सा नहीं होता और ये अनिर्णय वाला कैंडल होता है। ये गैप अप खुलता है और कैंडल के ओपन और क्लोज का प्राइस दोनों समान होता है।
- तीसरा कैंडल: यह तीसरा कैंडल एक बियरिश कैंडल होता है और दूसरे कैंडल जोकि डोजी कैंडल था उसके निचे खुलता है और निचे बंद होता है। ये कैंडल स्टॉक मार्किट में सेलर्स के एक्टिव होने का संकेत देता है।
बियरिश एबेंडन्ड बेबी पैटर्न का महत्व (Importance of Bearish Abandoned Baby Pattern)
बियरिश एबेंडन्ड बेबी पैटर्न बाजार में मंदी की संभावना को दर्शाता है। ये बियरिश एबेंडन्ड बेबी पैटर्न ट्रेडर्स को संकेत देता है की बाजार में खरीदारी करने वालों की ताकत कमज़ोर पर रही है और बाजार में सेलर्स का ताकत बढ़ा रहा है। सेलर्स एक्टिव हो रहे हैं और उनका प्रभाव बढ़ रहा है।
बियरिश एबेंडन्ड बेबी पैटर्न को कैसे पहचाने
- पहले केंडल की तेजी के बाद, एक गैप अप डोजी केंडल दिखता है।
- डोजी के बाद तीसरा कैंडल गैप डाउन के साथ खुलता है और यह बियरिश (Bearish) मंदी की दिशा में होता है।
- यह पैटर्न अक्सर बाजार में एक बुलिश ट्रेंड अथवा तेजी के बाद दिखाई देता है। और ये संकेत देता है की बाजार में ट्रेंड में बदलाव हो सकता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए XYZ कंपनी का शेयर ₹1000 से ₹1100 तक पहुंचता है। पहली हरी कैंडल ₹1100 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल डोजी होती है जो ₹1110 पर खुलती है और ₹1110 पर बंद होती है, तीसरी लाल कैंडल ₹1050 पर खुलती है और नीचे की ओर बंद होती है। इस पैटर्न का मतलब है कि बाजार में खरीदारों की रुचि कम हो रही है और बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है, जिससे कीमतों में गिरावट की संभावना बढ़ जाती है।
3. बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Belt Hold Candlestick Pattern): बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न: ये कैंडल पैटर्न बाजार में संभावित गिरावट की और इशारा करता है। ये बियेरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न बताता है की बाजार यहाँ से गिर सकता है। ये कैंडल पैटर्न एक बड़े बियेरिश कैंडल से बनता है। और यह पैटर्न अक्सर एक बुलिश ट्रेंड के बाद आता है, जो संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है।
बियरिश बेल्ट होल्ड पैटर्न को कैसे पहचाने?
- गैप अप से शुरुआत: इस पैटर्न की शुरुआत एक गैप अप के साथ होती है, जिसका मतलब है कि कैंडल का ओपनिंग प्राइस पिछले कैंडल के क्लोजिंग से ऊपर होता है।
- लंबा और बड़ा बॉडी: इस कैंडल की बॉडी लंबी होती है और ये लगातार निचे की ओर गिरती है। इसका मतलब है कि ओपनिंग प्राइस के बाद कीमत लगातार गिरती है और बहुत कम स्तर पर बंद होती है।
- छोटी या कोई विक शैडो नहीं: इस पैटर्न में ऊपरी शैडो बहुत छोटी होती है या नहीं होती है, जबकि नीचे भी कोई विक या शैडो नहीं होती है।
बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न का महत्व
चूँकि ये बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में बुलिश ट्रेंड के बाद जिसे हम बाजार में तेजी कहते हैं, उसके बाद आता है, तो ये बताता है की बाजार में सेलर्स हावी हो रहे है और स्टॉक मार्केट में प्राइस को निचे की ओर धकेल रहे हैं ताकि बाजार को गिराया जा सके। ये कैंडलस्टिक पैटर्न शेयर बाजार में ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को सचेत करता है की बाजार में बिकवाली बढ़ने वाली है, बाजार गिरने वाला है इसलिए वे खरीदारी ना करें और अपने ख़रीदे हुए शेयर या अन्य यूनिट को अपने लाभ के लिए सुरक्षित करें या एग्जिट के लिए विचार करें।
बियरिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक की विशेषता
- एक गैप अप ओपनिंग के साथ लंबी बियरिश कैंडल।
- ऊपरी शैडो का अभाव या बहुत कम होना।
- यह पैटर्न अक्सर एक बुलिश ट्रेंड के बाद आता है, जो संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत हो सकता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए ABC कंपनी का शेयर ₹500 पर ट्रेड हो रहा है। एक दिन शेयर की कीमत ₹550 पर गैप से खुलती है और दिन भर बिकवाली के कारण शेयर की कीमत ₹510 पर बंद हो जाती है। यह एक लंबी लाल कैंडल बनाता है जो ओपन के करीब बंद होती है, जिससे यह पैटर्न बनता है। यह संकेत देता है कि बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है और अपट्रेंड समाप्त हो सकता है।
4. बियरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Engulfing Candlestick Pattern): बियरिश एंगलफिंग क्या है?

बियरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न: ये कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में गिरावट के संकेत देता है। दो कैंडल से बना ये पैटर्न बाजार में रिवर्सल की होने के संकेत देता है। और ट्रेडर्स तथा निवेशकों को आगाह करता है की बाजार में गिरावट आने वाली है।
बियरिश एंगलफिंग पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: पहला कैंडल छोटा बुलिश कैंडल होता है, जो बाजार में हल्की बढ़त दिखाता है।
- दूसरा कैंडल: दूसरा कैंडल बड़ा बियरिश कैंडल होता है, जो पहले कैंडल के बॉडी को पूरी तरह से घेर लेता है। दूसरे कैंडल की ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस, पहले कैंडल की ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस से अधिक होती है, जिससे यह “एंगलफ” यानी घेरने जैसा दिखता है।
बियरिश एंगलफिंग का महत्व
बियरिश एंगलफिंग पैटर्न का मतलब है कि पहले कैंडल की तेजी (Bullishness) के बावजूद, बाजार में सेलर्स ने कंट्रोल कर लिया है और कीमतों को गिरा दिया है। यह पैटर्न आमतौर पर एक अपट्रेंड के बाद आता है और संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। इसलिए, जब यह पैटर्न बनता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि ट्रेडर्स और निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार में संभावित गिरावट के लिए तैयार होना चाहिए।
बियरिश एंगलफिंग कैंडल पैटर्न को कैसे पहचाने?
- एक छोटे बुलिश कैंडल के बाद बड़ा बियरिश कैंडल बनना।
- दूसरे कैंडल का बॉडी पहले कैंडल के बॉडी को पूरी तरह से घेर लेता है।
- यह पैटर्न अक्सर एक बुलिश ट्रेंड के बाद आता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी का शेयर ₹1000 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹1050 पर बंद होता है, जिससे एक छोटी हरी रंग की कैंडल बनती है। अगले दिन, XYZ का शेयर ₹1070 पर खुलता है लेकिन बिकवाली के दबाव में आकर ₹950 पर बंद होता है। इस दिन की कैंडल लंबा लाल होता है और पहले कैंडल को पूरी तरह से ढक लेता है। यह पैटर्न इंगित करता है कि खरीदारों की रुचि कम हो गई है और विक्रेताओं का दबाव बढ़ रहा है, जो संभावित गिरावट की ओर इशारा करता है।
5. बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Harami Candlestick Pattern): बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न: ये कैंडलस्टिक पैटर्न एक बियरिश पैटर्न है जो बाजार में गिरावट होने वाली है इसका इशारा करता है। इसे पहचानना बहुत ही आसान है, आइये जानते हैं की इसे कैसे पहचाने।
बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न को कैसे पहचाने?
- पहला कैंडल: पहला कैंडल एक बड़ा बुलिश कैंडल होता है, जो ये संकेत देता है की बाजार में खरीदारी बढ़ने वाली है। लेकिन ये एक झांसा होता है जिससे की ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को ट्रैप किया जा सके।
- दूसरा कैंडल: दूसरा कैंडल एक छोटा बियरिश (Bearish) कैंडल होता है, जो पहले बुलिश कैंडल के बॉडी के अंदर पूरी तरह से कवर हो जाता है। दूसरे कैंडल की ओपन और क्लोजिंग प्राइस पहले कैंडल के बॉडी के भीतर होती है, जिससे यह “हरामी” यानी गर्भवती महिला के पेट जैसा दिखता है। ये बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न एक फेमस जापानी कैंडलस्टिक पैटर्न है। यह बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न अक्सर एक बुलिश ट्रेंड के बाद आता है
बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न का महत्व
बियरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न अक्सर बाजार में अपट्रेंड (Uptrend) के बाद आता है। और यह बाजार में गिरावट आने का संकेत देता है। ये पैटर्न ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को एक अपट्रेंड के बाद बाजार में मंदी के लिए स्ट्रांग ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। इस पैटर्न का मतलब होता है की बाजार में सेलर्स प्रभावी हो रहे है और खरीदारी करने वाले (Buyers) का ताकत कमज़ोर पड़ रहा है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी का शेयर ₹1000 से ₹1100 तक बढ़ता है, जिससे एक लम्बा हरा कैंडल बनता है। अगले दिन, शेयर की कीमत ₹1080 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹1060 पर बंद होता है, जिससे एक छोटी लाल कैंडल बनता है जो पहले कैंडल के बॉडी के अंदर होता है। यह पैटर्न बाजार में बेयरिश संकेत देता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि खरीदारों का दबाव कम हो रहा है और विक्रेताओं का दबाव बढ़ रहा है, जिससे कीमतों में गिरावट की संभावना होती है।
6. बियरिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Harami Cross Candlestick Pattern): बियरिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न एक बेयरिश पैटर्न है जो बाजार में संभावित मंदी की ओर संकेत करता है। यह कैंडल पैटर्न (Candle Pattern) दो कैंडल्स से बनता है।
- पहला कैंडल: पहला कैंडल बड़ा बुलिश तेज़ी वाला कैंडल होता जो बाजार में तेज़ी और बढ़ते प्राइस को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: दूसरा कैंडल एक डोजी कैंडल होता है जो बहुत छोटा होता है और इस छोटे डोजी कैंडल का ओपन और क्लोजिंग प्राइस लगभग एक समान होता है, जिससे यह एक क्रॉस जैसा दिखाई देता है। या दूसरा कैंडल जो की छोटा डोजी कैंडल है पहले बुलिश कैंडल के बॉडी के भीतर पूरी तरह से कवर हो जाता है।
- यह बियरिश हरामी क्रॉस हमेशा एक बुलिश ट्रेंड के बाद आता है
बियरिश हरामी क्रॉस पैटर्न का महत्व
बियरिश हरामी क्रॉस पैटर्न बाजार में अस्थिरता और अनिर्णय का संकेत देता है। यह दर्शाता है कि खरीदारी (Buyers) की ताकत कमजोर हो गई है और विक्रेताओं (Sellers) ने बाजार में अपनी पकड़ बना ली है। यह पैटर्न अक्सर एक अपट्रेंड के बाद दिखाई देता है और संभावित ट्रेंड रिवर्सल की चेतावनी देता है, जो कि बाजार में गिरावट की ओर इशारा करता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी का शेयर ₹1200 से ₹1300 तक बढ़ता है, जिससे एक लंबा हरा कैंडल बनता है। अगले दिन, शेयर की कीमत ₹1280 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹1282 पर बंद होता है, जिससे एक डोजी कैंडल बनता है। यह डोजी कैंडल पूरी तरह से पहली कैंडल की बॉडी के अंदर होता है। यह पैटर्न बाजार में बेयरिश संकेत देता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि खरीदारों का दबाव कम हो गया है और बाजार में अनिश्चितता है, जिससे कीमतों में गिरावट की संभावना हो सकती है।
7. बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish In Neck Line): बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish In Neck Line): यह कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित मंदी की तरफ संकेत करता है। एक विशेष कैंडलस्टिक संरचना से बना ये बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न बुलिश ट्रेंड के बाद बनता है।
बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न को कैसे पहचाने?
यह पैटर्न दो कैंडल्स से मिलकर बनता है।
- पहला कैंडल: पहला कैंडल स्ट्रांग बुलिश कैंडल होता है जो स्ट्रांग अपट्रेंड को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: दूसरा कैंडल एक छोटा बियरीश (Bearish) कैंडल होता है जो पहले कैंडल के अंतिम छोर के बहुत करीब बंद होता है, लेकिन इसका बॉडी पहले कैंडल के बॉडी से निचे होता है। इसे “नेक लाइन” कहा जाता है क्यूंकि यह पहले कैंडल के बॉडी के निचले हिस्से के बहुत पास बंद होता है।
बियरिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न का महत्व
बियरिश इन नेक लाइन पैटर्न शेयर बाजार में खरीदारों (Buyers) की ताकत में कमजोरी को दर्शाता है। और ये संकेत देता है की बाजार में सेलर्स हावी हो रहे है और बाजार में ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है और बाजार निचे की ओर गिर सकता है। यह पैटर्न बाजार में एक स्ट्रांग बुलिश ट्रेंड के बाद आता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए ABC Ltd. के शेयर की कीमत में गिरावट हो रहा है और एक दिन इसका क्लोजिंग प्राइस ₹500 पर होता है, जिससे एक लंबा लाल कैंडल बनता है। अगले दिन, शेयर ₹495 पर खुलता है लेकिन दिन के अंत में फिर से ₹500 पर बंद होता है, जिससे एक छोटा हरा कैंडल बनता है। यह पैटर्न संकेत देता है कि खरीदारों का प्रयास कमजोर है और बाजार में गिरावट जारी रह सकती है।
8. बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Kicker): बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Kicker Candlestick Pattern): यह कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित मंदी की ओर इशारा करता है। यह ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को बाजार में आने वाली गिरावट की तरफ संकेत करके आगाह करता है। बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न की विशेषता यह है की ये बाजार में आमतौर पर एक अपट्रेंड (Uptrend) के बाद आता है। इसे पहचानना बहुत ही आसान है। आइये जानते हैं कैसे पहचाने इसे।
बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Kicker) को कैसे पहचाने?
बियरिश किकर कैंडलस्टिक को इन दो कैंडल्स से पहचाना जा सकता है।
- पहला कैंडल: पहला कैंडल एक लम्बा बुलिश तेज़ी वाला कैंडल होता है, जो बाजार में बुलिश मूव अर्थात बाजार में तेज़ी को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: दूसरा कैंडल एक लंबा बियरिश (मंदी वाला) कैंडल होता है। यह पहले कैंडल के ऊपरी भाग से गैप डाउन होकर खुलता है और तेज़ी से निचे की ओर जाता है जिससे यह पूरी तरह से पहले कैंडल को किक करता है।
बियरिश किकर पैटर्न का महत्व
बियरिश किकर पैटर्न ये संकेत करता है कि बाजार में खरीदारी की ताकत समाप्त हो गई है और विक्रेता बाजार में नियंत्रण हासिल कर चुके हैं। यह पैटर्न दर्शाता है कि हाल ही की तेजी समाप्त हो सकती है और एक नई मंदी की शुरुआत हो सकती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी के शेयर की कीमत ₹1200 से बढ़कर ₹1250 हो जाता है, जिससे एक हरा कैंडल बनता है। अगले दिन, अचानक शेयर ₹1230 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹1180 पर बंद होता है, जिससे एक लंबा लाल कैंडल बनता है। यह पैटर्न संकेत देता है कि बाजार में तेजी से बिकवाली हुई है और संभावित रूप से एक बड़ी गिरावट आने वाली है।
9. बियरिश मारूबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Marubozu): बियरिश मारूबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश मारूबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Marubozu Candlestick Pattern): यह बियरिश मारूबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न एक प्रभावशाली कैंडल पैटर्न है जो बाजार में संभावित मंदी (Bearish) की ओर इशारा करता है। यह पैटर्न एक विशेष कैंडलस्टिक से बनता है, जिसमें एक लंबा और बिना शैडो वाला बियरिश कैंडल होता है।
बियरिश मारूबोजू पैटर्न की विशेषताएं
- लंबा बियरिश कैंडल: बियरिश मारूबोजू कैंडल पूरी तरह से एक ही रंग का होता है, जिसमें न तो ऊपरी विक या शैडो होती है और न ही निचली शैडो। यह कैंडल एक ही रंग में पूरी लंबाई में चलता है, जो कि मंदी की ताकत को दर्शाता है।
- ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस: इस कैंडल का ओपनिंग प्राइस उच्चतम स्तर पर और क्लोजिंग प्राइस निम्नतम स्तर पर होता है। इसका मतलब है कि बाजार में सेलर्स प्रभावी है और बाजार में स्ट्रांग गिरावट आने वाली है और बाजार पर बिक्री (Selling) का दबाव बहुत ज्यादा है।
बियरिश मारूबोजू पैटर्न का महत्व
बियरिश मारूबोजू पैटर्न ये संकेत करता है कि बाजार में विक्रेताओं का दबदबा है और कीमतें लगातार गिर रही हैं। यह पैटर्न आमतौर पर एक तेजी के ट्रेंड के बाद दिखाई देता है और संभावित ट्रेंड रिवर्सल की चेतावनी देता है। जब यह पैटर्न बनता है, तो यह एक मंदी की ओर इशारा करता है और ट्रेडर्स तथा निवेशकों को सतर्क रहने का संकेत देता है।
बियरिश मारूबोजू पहचानने के तरीके
- एक लंबा, बिना शैडो वाला बियरिश कैंडल।
- ओपनिंग प्राइस उच्चतम और क्लोजिंग प्राइस न्यूनतम स्तर पर होती है।
- यह पैटर्न आमतौर पर तेजी के ट्रेंड के बाद बनता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC Ltd. के शेयर की कीमत ₹1500 पर खुलता है है और दिन के अंत में ₹1400 पर बंद होता है, बिना किसी ऊपरी या निचले शैडो (Wick)। तो यह संकेत देता है कि पूरे दिन के दौरान विक्रेताओं का दबदबा रहा और खरीदारों को कोई मौका नहीं मिला। ऐसे में भविष्य में भी कीमतों में गिरावट की संभावना बनी रहती है, जिससे यह पैटर्न एक मजबूत बेयरिश संकेतक के रूप में काम करता है।
10. बियरिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Mat Hold): बियरिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Mat Hold Candlestick Pattern): बियरिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न एक महत्वपूर्ण बियरिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार में संभावित मंदी (Bearish) की ओर संकेत करता है। यह पैटर्न एक मजबूत अपट्रेंड के बाद दिखाई देता है और स्टॉक मार्केट में संभावित गिरावट की चेतावनी देता है।
बियरिश मैट होल्ड पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: एक लंबा बुलिश (Bullish) कैंडल, होता है जो बाजार में तेजी को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: यह कैंडल भी बुलिश (Bullish) होता है, लेकिन इसकी बॉडी पहले कैंडल की बॉडी से छोटी होती है और यह पहले कैंडल के बॉडी के भीतर बंद होता है।
- तीसरा कैंडल: एक छोटा बियरिश (Bearish) कैंडल होता है, जो पिछले कैंडल के बॉडी के भीतर होता है और इसका रंग पहले कैंडल के रंग से विपरीत होता है।
- चौथा कैंडल: यह एक लंबा बियरिश कैंडल (Bearish Candle) होता है, जो पिछले कैंडल की ऊपरी सीमा से नीचे खुलता है और तेजी से गिरता है।
बियरिश मैट होल्ड पैटर्न का महत्व
बियरिश मैट होल्ड पैटर्न ये संकेत करता है कि तेजी का ट्रेंड अब समाप्त हो रहा है और बाजार में मंदी की शुरुआत हो सकती है। यह पैटर्न एक मजबूत अपट्रेंड के बाद बनता है और संभावित ट्रेंड रिवर्सल की चेतावनी देता है। जब यह पैटर्न दिखाई देता है, तो ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को बाजार की दिशा में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
बियरिश मैट होल्ड को कैसे पहचाने?
- एक लंबा बुलिश कैंडल (Bullish Candle), उसके बाद एक छोटा बुलिश कैंडल।
- उसके बाद एक छोटा बियरिश कैंडल और अंत में एक लंबा बियरिश कैंडल (Bearish Candle)।
- बियरिश मैट होल्ड पैटर्न अपट्रेंड के बाद बनता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, DEF कंपनी के शेयर की कीमत ₹2000 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹2100 पर बंद होता है, जिससे पहला लंबा हरा कैंडल बनता है। अगले तीन दिनों में, शेयर की कीमत ₹2080, ₹2090 और ₹2070 के आसपास घूमती रहती है, जिससे छोटी कैंडल्स बनती हैं। पाँचवे दिन, शेयर ₹2060 पर खुलता है और ₹1950 पर बंद होता है, जिससे लंबा लाल कैंडल बनता है। यह पैटर्न संकेत देता है कि विक्रेताओं ने बाजार पर नियंत्रण कर लिया है और आगे गिरावट की संभावना है।
11. बियरिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Meeting Lines): बियरिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Meeting Lines Candlestick Pattern): यह कैंडलस्टिक पैटर्न ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को ये संकेत देता है की बाजार में संभावित मंदी (Bearish) आने वाली है। यह पैटर्न दो कैंडल्स से बनता है और अक्सर एक तेजी के ट्रेंड के बाद बनता है, जो शेयर बज़ाएर में आने वाली गिरावट के बारे में बताता है।
बियरिश मीटिंग लाइन्स पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: यह एक लंबा बुलिश (Bullish) कैंडल होता है, जो बाजार में तेजी को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: यह एक छोटा बियरिश (Bearish) कैंडल होता है, जो पहले कैंडल के ओपनिंग प्राइस के करीब बंद होता है। इसमें ओपन और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होता है और यह पहले कैंडल के बॉडी के भीतर होता है।
बियरिश मीटिंग लाइन्स पैटर्न का महत्व
बियरिश मीटिंग लाइन्स पैटर्न ये बताता है की बाजार में तेजी का ट्रेंड (Bullish Trend) समाप्त हो सकता है और मंदी की शुरुआत हो सकती है। यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में विक्रेताओं (Sellers) की ताकत बढ़ रही है और खरीदारी (Buying) की ताकत कम हो रही है। जब यह पैटर्न बनता है, तो यह एक ट्रेंड रिवर्सल का संकेत हो सकता है।
बियरिश मीटिंग लाइन्स पैटर्न को कैसे पहचानने?
- एक लंबा बुलिश कैंडल (Bullish Candle), उसके बाद एक छोटा बियरिश कैंडल (Bearish Candle)।
- बियरिश कैंडल (Bearish Candle) पहले कैंडल के बॉडी के भीतर बंद होता है और ओपनिंग प्राइस के करीब होता है।
- यह पैटर्न तेजी के ट्रेंड के बाद दिखाई देता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए GHI कंपनी के शेयर का कीमत ₹1500 पर खुलता है और दिन के अंत में ₹1600 पर बंद होता है, जिससे पहला लंबा हरा कैंडल बनता है। अगले दिन, शेयर ₹1600 पर खुलता है और दिन के अंत में फिर से ₹1600 के आसपास बंद होता है, लेकिन इस बार एक लंबा लाल कैंडल बनता है। यह पैटर्न संकेत देता है कि बाजार में तेजी समाप्त हो सकती है और आगे गिरावट की संभावना हो सकती है।
12. बियरिश ऑन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish On Neckline): बियरिश ऑन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश ऑन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish On Neckline Candlestick Pattern): यह कैंडलस्टिक पैटर्न एक महत्वपूर्ण बियरिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार में आने वाली मंदी (Bearish Fall) की ओर इशारा करता है। दो कैंडलस्टिक से बना ये पैटर्न आसानी से पहचाना जा सकता है।
बियरिश ऑन नेक लाइन पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: यह एक लंबा बुलिश (Bullish) कैंडल होता है, जो बाजार में तेजी को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: यह छोटा बियरिश (मंदी वाला) कैंडल होता है, जो पहले कैंडल के अंत से बहुत करीब बंद होता है। इसका बॉडी पहले कैंडल के बॉडी के निचले हिस्से के पास बंद होता है, जिससे इसे “नेक लाइन” कहा जाता है।
बियरिश ऑन नेक लाइन पैटर्न का महत्व
बियरिश ऑन नेक लाइन पैटर्न देता है की बाजार में तेजी का ट्रेंड कमजोर हो सकता है और मंदी की शुरुआत हो सकती है। यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में विक्रेताओं (Sellers) की ताकत बढ़ रही है और खरीदारी (Buying) की ताकत कम हो रही है। जब यह पैटर्न बनता है, तो यह संभावित ट्रेंड रिवर्सल की तरफ इशारा करता है।
बियरिश ऑन नेक लाइन को कैसे पहचाने?
- पहले एक लंबा बुलिश कैंडल बनता है , उसके बाद एक छोटा बियरिश कैंडल बनता है।
- बियरिश कैंडल पहले कैंडल के बॉडी के निचले हिस्से के पास बंद होता है।
- यह पैटर्न तेजी के ट्रेंड के बाद बनता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए एक शेयर की कीमत 100 रुपये है। पहले दिन एक बड़ी हरी कैंडल बनती है, जो 100 रुपये से शुरू होकर 120 रुपये तक जाती है और 110 रुपये पर समाप्त होती है। दूसरे दिन, एक छोटी लाल कैंडल बनती है, जो 110 रुपये से शुरू होकर 105 रुपये पर समाप्त होती है। तीसरे दिन, एक बड़ी लाल कैंडल बनती है, जो 105 रुपये से शुरू होकर 90 रुपये तक जाती है और 92 रुपये पर समाप्त होती है।
इसमें, छोटी लाल कैंडल पहली हरी कैंडल के समापन मूल्य के करीब समाप्त होती है, और बड़ी लाल कैंडल गिरावट का संकेत देती है। यह पैटर्न आमतौर पर शेयर के मूल्य में गिरावट की ओर इशारा करता है।
13. बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Separating Lines): बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Separating Lines Candlestick Pattern): ये कैंडलस्टिक पैटर्न मंदी के कैंडल पैटर्न में से एक महत्वपूर्ण पैटर्न है, जो बाजार में मंदी (Bearish) की संभावना की पुष्टि करता है। यह पैटर्न एक निरंतरता (Continuation) पैटर्न के रूप में जाना जाता है, जो मौजूदा डाउनट्रेंड की पुष्टि करता है और डाउन ट्रेंड के जारी रहने का संकेत देता है।
बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: यह एक बुलिश (तेजी वाला) कैंडल होता है, जो बाजार में थोड़ी सी खरीदारी की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
- दूसरा कैंडल: यह कैंडल एक बियरिश (मंदी वाला) कैंडल होता है, जो पहले कैंडल के ओपनिंग प्राइस के स्तर पर खुलता है या उसके आसपास और नीचे की ओर बंद होता है।
बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स पैटर्न का महत्व
बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स पैटर्न यह दर्शाता है कि बाजार में डाउन ट्रेंड अभी भी मजबूत है और यह जारी रह सकता है। यह पैटर्न तब बनता है जब पहले कैंडल में थोड़ी तेजी आती है, लेकिन दूसरा कैंडल बाजार को फिर से मंदी की दिशा (Down Trend) में ले जाता है। यह ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को यह संकेत देता है कि डाउनट्रेंड में रुकावट नहीं आई है और बाजार में गिरावट जारी रह सकती है।
बियरिश सेपरेटिंग लाइन्स पैटर्न को कैसे पहचाने?
- पहला कैंडल बुलिश (Bullish Candle) होता है, जो बाजार में थोड़ी सी तेजी दिखाता है।
- दूसरा कैंडल बियरिश (Bearish) होता है, जो पहले कैंडल के ओपनिंग प्राइस के आसपास खुलता है और नीचे बंद होता है।
- यह पैटर्न मौजूद डाउनट्रेंड की पुष्टि करता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए एक शेयर की कीमत 100 रुपये है। पहले दिन, एक बड़ी हरी कैंडल बनती है, जो 100 रुपये से शुरू होकर 120 रुपये तक जाती है और 115 रुपये पर समाप्त होती है। दूसरे दिन, एक बड़ी लाल कैंडल बनती है, जो 115 रुपये से शुरू होती है और 95 रुपये तक जाती है और 100 रुपये पर समाप्त होती है।
इस पैटर्न में, दूसरी कैंडल पहली कैंडल के समापन मूल्य के आसपास खुलती है, लेकिन बड़ी गिरावट के साथ समाप्त होती है। यह पैटर्न बाजार में गिरावट की संभावना को संकेत करता है।
14. बियरिश साइड बाय साइड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Side By Side ): बियरिश साइड बाय साइड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश साइड बाय साइड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Side By Side Candlestick Pattern): यह कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में मंदी (Bearish) के जारी रहने का संकेत देता है। यह पैटर्न दो बियरिश कैंडल्स को मिला कर बनता है और यह मौजूदा डाउनट्रेंड की पुष्टि करता है।
बियरिश साइड बाय साइड पैटर्न की विशेषताएं
- पहला कैंडल: यह एक लंबा बियरिश (Bearish) कैंडल होता है, जो बाजार में तेजी से गिरावट को दर्शाता है।
- दूसरा और तीसरा कैंडल: ये दोनों भी बियरिश कैंडल होते हैं, जो पहले कैंडल के नीचे की ओर खुले होते हैं और समान स्तर पर या उसके आसपास बंद होते हैं।
बियरिश साइड बाय साइड पैटर्न का महत्व
बियरिश साइड बाय साइड पैटर्न यह बताता है कि बाजार में मंदी की प्रवृत्ति जारी है और आगे भी जारी रह सकती है। जब बाजार में एक डाउनट्रेंड के दौरान यह पैटर्न बनता है, तो यह संकेत देता है कि विक्रेताओं (Sellers) का दबदबा है और कीमतों में और गिरावट आ सकती है। यह पैटर्न ट्रेडर्स और निवेशकों को यह संकेत देता है कि वे सतर्क रहें और बाजार की स्थिति का बारीकी से विश्लेषण करें।
बियरिश साइड बाय साइड पैटर्न को कैसे पहचाने?
- ये कैंडल्स समान स्तर पर या उसके आसपास बंद होते हैं।
- पहला कैंडल एक लंबा बियरिश कैंडल होता है।
- दूसरा और तीसरा कैंडल भी बियरिश होते हैं और पहले कैंडल के नीचे की ओर खुले होते हैं।
15. बियरिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Stick Sandwich): बियरिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Stick Sandwich): बियरिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित मंदी का संकेत देता है। यह तीन कैंडल्स से बनता है। पहला और तीसरा कैंडल बियरिश (मंदी वाले) होते हैं, जबकि बीच का कैंडल बुलिश (तेजी वाला) होता है। तीसरा कैंडल पहले कैंडल के क्लोज के समान स्तर पर बंद होता है, जिससे यह पैटर्न ‘सैंडविच’ जैसा दिखता है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बाजार में मंदी का दबदबा बना रह सकता है।
16. बियरिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Three Line Strike): बियरिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Three Line Strike): बियरिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न चार कैंडल्स से बनता है और यह बाजार में संभावित गिरावट का संकेत देता है। पहले तीन कैंडल्स बियरिश (मंदी वाले) होते हैं, जो लगातार नीचे की ओर बंद होते हैं। चौथा कैंडल एक लंबा बुलिश (तेजी वाला) कैंडल होता है, जो पहले तीन कैंडल्स की बॉडी को कवर करता है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बाजार में एक छोटी तेजी के बाद भी मंदी की प्रवृत्ति बनी रह सकती है।
17. बियरिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Thrusting): बियरिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish Thrusting): बियरिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित मंदी का संकेत देता है। इसमें पहले एक लंबा बियरिश (मंदी वाला) कैंडल होता है, उसके बाद एक बुलिश (तेजी वाला) कैंडल आता है। दूसरा कैंडल पहले कैंडल के मिडपॉइंट के ऊपर लेकिन क्लोजिंग प्राइस से नीचे बंद होता है। यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में थोड़ी तेजी के बावजूद मंदी का दबदबा बना रह सकता है।
18. बियरिश ट्राईस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish TriStar Doji): बियरिश ट्राईस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बियरिश ट्राईस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bearish TriStar Doji): बियरिश ट्राईस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित मंदी की ओर इशारा करता है। यह पैटर्न तीन डोजी कैंडल्स से बनता है, जो सभी में ओपन और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होती है। पहले और तीसरे डोजी के बीच गैप होता है, जबकि दूसरा डोजी बीच में होता है। यह पैटर्न तब बनता है जब बाजार की दिशा बदलने वाली होती है, और यह दर्शाता है कि खरीदार (Buyer) और विक्रेता (Seller) दोनों में अनिश्चितता है, जो आगे मंदी (Down Trend) की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
19. बुलिश अबैंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Abandoned Baby): बुलिश अबैंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश अबैंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Abandoned Baby): बुलिश अबैंडन्ड बेबी कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित तेजी (Bullish) की ओर इशारा करता है। यह पैटर्न तीन कैंडल्स से बनता है: पहला कैंडल लंबा बियरिश (Bearish) होता है, दूसरा कैंडल डोजी होता है जो पहले कैंडल से गैप डाउन के साथ खुलता है, और तीसरा कैंडल बुलिश (Bullish) होता है जो डोजी (Doji) से गैप अप के साथ खुलता है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बाजार में मंदी का दौर समाप्त हो सकता है और एक नए तेजी के ट्रेंड की शुरुआत हो सकती है, जो ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा अवसर हो सकता है।
20. बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Belt Hold): बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Belt Hold) बाजार में तेज़ी और खरीदारी वाला कैंडल पैटर्न है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के दौरान बुलिश (Bullish) संकेत प्रदान करता है। यह पैटर्न तब बनता है जब किसी शेयर अथवा अन्य फाइनेंसियल यूनिट की कीमत एक अवधि के भीतर निम्न स्तर से उच्च स्तर तक बढ़ती है और उसके बाद ओपनिंग प्राइस के पास बंद होती है।
इस पैटर्न का ख़ास बात यह है की इसमें कोई विक या शैडो नहीं होता या बहुत कम शैडो (Wick) होती है, जिसका अर्थ है कि यह पैटर्न मजबूत खरीदारी के दबाव को दर्शाता है। बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न एक ट्रेंड रिवर्सल सिग्नल के रूप में कार्य करता है, जो यह बताता है कि कीमतें नीचे से ऊपर की ओर पलटने वाली हैं और बाजार में तेज़ी आने वाली है अथवा बायर्स (Buyers) बाजार में एक्टिव हो गए हैं।
और उन्होंने बाजार के ट्रेंड पर कण्ट्रोल करने में सफलता हासिल कर ली है और यहाँ से बाजार ऊपर की ओर जा सकता है। यह बाजार के लिये एक अच्छा सिग्नल है। इस कैंडल पैटर्न की विशेषता यह है की यह डाउनट्रेंड के बाद दिखाई देता है।
21. बुलिश ब्रेकअवे कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Breakaway): बुलिश ब्रेकअवे कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश ब्रेकअवे कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Breakaway) एक महत्वपूर्ण बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जो स्टॉक मार्केट में संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न पांच कैंडलस्टिक से बना होता है और एक डाउनट्रेंड के बाद दिखाई देता है। पहले कैंडलस्टिक में मंदी (Selling) का दबाव दिखता है, जबकि दूसरे और तीसरे कैंडलस्टिक में धीमी गिरावट होती है। चौथा कैंडलस्टिक आमतौर पर छोटा होता है और इस पैटर्न में निर्णायक भूमिका निभाता है। पांचवां कैंडलस्टिक एक बड़ी बुलिश कैंडल (Bullish Candle) होती है, जो बाजार में मजबूत खरीदारी (Buying) का संकेत देती है। इस पैटर्न से ट्रेडर्स और निवेशकों को बाजार में आने वाले बुलिश ट्रेंड के बारे में संकेत मिलता है।
22. बुलिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Engulfing): बुलिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Engulfing Candlestick Pattern) एक प्रमुख बुलिश कैंडल पैटर्न (Candle Pattern) है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक छोटे लाल कैंडलस्टिक (Bearish Candlestick) के बाद एक बड़ी हरी कैंडलस्टिक (Bullish Candlestick) बनती है, जो पहले वाली लाल कैंडल के बॉडी को पूरी तरह से कवर कर लेती है। इस बने हुए कैंडल पैटर्न का मतलब होता है की कि बाजार में खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ रहा है और बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो रहा है।
बुलिश एंगल्फिंग पैटर्न (Bullish Engulfing Pattern) आमतौर पर डाउनट्रेंड के अंत में दिखाई देता है, जिससे ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को बुलिश ट्रेंड के शुरुआत होने की संभावना का संकेत मिलता है। यह बुलिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Engulfing Candlestick Pattern) ट्रेडिंग में बहुत महत्वपूर्ण होता है।
23. बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Harami): बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Harami Candlestick Pattern) एक महत्वपूर्ण बुलिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार में संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न दो कैंडलस्टिक से बनता है: पहली कैंडलस्टिक बड़ी और लाल होती है, जबकि दूसरी कैंडलस्टिक छोटी और हरी होती है।
दूसरी कैंडलस्टिक की बॉडी पहली कैंडलस्टिक की बॉडी के भीतर पूरी तरह से रहती है, जो इसे ‘हरामी’ (जापानी में ‘गर्भवती’) का नाम देता है। यह पैटर्न तब बनता है जब बिकवाली (Selling) का दबाव घटता है और खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ता है, जिससे कीमतें ऊपर जा सकती हैं। बुलिश हरामी पैटर्न ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को ट्रेंड रिवर्सल की संभावना के प्रति सचेत करता है और यह बाजार में तेजी के संकेत को दर्शाता है।
24. बुलिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Harami Cross): बुलिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश हरामी क्रॉस कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Harami Cross Candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेंड रिवर्सल वाला कैंडल पैटर्न है। यह पैटर्न दो कैंडलस्टिक से बनता है: पहली बड़ी और लाल कैंडलस्टिक होती है, जबकि दूसरी एक डोजी (Doji) होती है। डोजी कैंडलस्टिक की ओपन और क्लोज प्राइस लगभग समान होती है, जिससे यह क्रॉस जैसा दिखता है। जब डोजी कैंडलस्टिक पहली कैंडलस्टिक की बॉडी के भीतर पूरी तरह कवर होती है, तो यह बुलिश हरामी क्रॉस पैटर्न बनाती है। यह पैटर्न बताता है कि बाजार में बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो रहा है और खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ सकता है, जो कीमतों में संभावित वृद्धि का संकेत देता है।
25. बुलिश हिकाके कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Hikkake): बुलिश हिकाके कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश हिकाके कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Hikkake Candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेडिंग कैंडल पैटर्न है जो तीन कैंडलस्टिक से मिलकर बनता है और ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। पहले कैंडलस्टिक की बॉडी छोटी होती है, दूसरे कैंडलस्टिक की बॉडी पहली कैंडलस्टिक के अंदर रहती है। और तीसरी कैंडलस्टिक रेंज से बाहर निकलती है, लेकिन तुरंत ही उलट जाती है और बुलिश दिशा (Bullish Direction) में जाती है। इसका मतलब है कि बाजार में बुलिश मोमेंटम (Bullish Momentum) बन रहा है। यह पैटर्न ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को बाजार में तेज़ी की सम्भावन को तलाशने में मदद करता है और बाजार में बुलिश ट्रेंड के आने का संकेत देता है।
26. बुलिश होमिंग पिजन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Homing Pigeon): बुलिश होमिंग पिजन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश होमिंग पिजन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Homing Pigeon candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेडिंग पैटर्न है जो बाजार में ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न दो कैंडलस्टिक से बनता है। पहला कैंडल बड़ा और लाल होता है, जबकि दूसरा कैंडलस्टिक छोटा और वो भी लाल ही होता है। लेकिन दूसरा छोटा लाल कैंडल पहले कैंडलस्टिक के बॉडी के अंदर ही रहता है। यह पैटर्न दिखाता है कि बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो रहा है और खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ सकता है। यह पैटर्न अक्सर डाउनट्रेंड के बाद आता है और संभावित बुलिश ट्रेंड का संकेत देता है।
27. बुलिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish In Neckline): बुलिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

बुलिश इन नेक लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish In Neckline Candlestick Pattern) एक बुलिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार में संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। इस पैटर्न में दो कैंडलस्टिक शामिल होती हैं। पहली कैंडलस्टिक लंबी और लाल होती है, जो एक स्पष्ट डाउनट्रेंड का संकेत देती है। दूसरी कैंडलस्टिक छोटी और हरी होती है, जो पहली कैंडलस्टिक की क्लोजिंग प्राइस के पास खुलती है और उसके समान या थोड़ा ऊपर बंद होती है। यह पैटर्न बताता है कि बाजार में बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो रहा है और खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ रहा है। यह पैटर्न अक्सर बाजार में बुलिश ट्रेंड (Bullish Trend) की संभावना संकेत देता है।
28. बुलिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Kicker): बुलिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है और ये कैसे और कब बनता है?

बुलिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Kicker Candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेंड को दर्शाने वाला कैंडल पैटर्न है जो बाजार में अचानक ट्रेंड बदलने का संकेत देता है। इसमें दो कैंडलस्टिक होती हैं: पहली कैंडलस्टिक लंबी और लाल होती है, जो एक डाउनट्रेंड को दर्शाती है। दूसरी कैंडलस्टिक हरी और बड़ी होती है, जो पहली कैंडलस्टिक के ऊपर खुलती है और नीचे से ऊपर की ओर जाती है। यह पैटर्न बताता है कि बाजार में बिकवाली (Selling) का दबाव ख़त्म हो गया है और खरीदारों (Buyers) का प्रभाव बढ़ रहा है। इस बदले हुए बुलिश ट्रेंड में कीमतें बढ़ सकती हैं, जो संभावित रूप से ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए एक मजबूत खरीदारी (Buying) का संकेत होता है।
29. बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Marubozu): बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न है और ये कैसे और कब बनता है?

बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Marubozu Candlestick Pattern) एक मजबूत बुलिश ट्रेंड रिवर्सल बताने वाला कैंडल पैटर्न है जो बाजार में तेजी का संकेत देता है। इस पैटर्न में एक ही कैंडलस्टिक होती है, जिसकी बॉडी पूरी तरह से भरी हुई होती है, यानी इसमें कोई शैडो (Wick) नहीं होती। यह कैंडलस्टिक कैंडल के ओपन होने से लेकर बंद होने तक पूरी तरह से ऊपर की ओर जाती है, जिससे यह पूरी तरह से बुलिश या तेजी का संकेत देती है।
इसका मतलब होता है की बाजार में खरीदारों (Buyers) ने पूरी तरह से नियंत्रण बनाए रखा है और कीमतें लगातार बढ़ सकती हैं। यह बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न अगर बुलिश ट्रेंड में बनता है तो ये बुलिश ट्रेंड कॉन्टीनुअशन का संकेत देता है और अगर ये डाउनट्रेंड में बनता है तो ये संकेत देता है की बाजार में खरीदारों (Buyers) का प्रभाव बढ़ रहा है और बाजार का ट्रेंड डाउनट्रेंड से बदलकर अपट्रेंड में जा सकता है।
30. बुलिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Mat Hold): बुलिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है और ये कब और कैसे बनता है?

बुलिश मैट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Mat Hold Candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देने वाला कैंडल पैटर्न है। जो चार कैंडलस्टिक से मिलकर बनता है। पहली कैंडलस्टिक एक बड़ी हरी कैंडल होती है, जो तेजी का संकेत देती है। इसके बाद तीन छोटे कैंडलस्टिक बनते हैं, जिनमें से दूसरी और तीसरी कैंडलस्टिक की बॉडी छोटी होती है और वो एक समान रेंज में रहती हैं। लेकिन अंत में जो चौथी कैंडलस्टिक बनती है वो भी हरी लेकिन पिछले कैंडल्स की तुलना में ये चौथी कैंडल बड़ी होती है, और पिछले तीन कैंडलस्टिक्स के ऊपर जाती है। यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में तेजी का ट्रेंड (Bullish Trend) जारी रह सकता है।
31. बुलिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Meeting Lines): बुलिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है और ये कब और कैसे बनता है?

बुलिश मीटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Meeting Lines Candlestick Pattern) एक महत्वपूर्ण बुलिश पैटर्न है जो बाजार में तेज़ी की सम्भावना को दिखता है। यह पैटर्न दो कैंडलस्टिक से मिलकर बनता है। पहली कैंडलस्टिक एक लंबी लाल कैंडल होती है, जो डाउनट्रेंड को दर्शाती है। इसके बाद, दूसरी कैंडलस्टिक छोटी हरी होती है, जो पहली कैंडलस्टिक के करीब या उसी स्तर पर बंद होती है। इसका मतलब है कि बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो गया है और बाजार में खरीदारी (Buying) का दबाव बढ़ सकता है।
32. बुलिश ऑन नेकलाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish On Neckline): बुलिश ऑन नेकलाइन कैंडलस्टिक पैटर्न, ये कब और कैसे बनता है?

बुलिश ऑन नेकलाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish On Neckline Candlestick Pattern) एक बुलिश ट्रेंड कॉन्टीनुअशन पैटर्न है। जो दो कैंडल्स से बनता है। पहली कैंडलस्टिक लंबी और लाल होती है, जो बाजार में डाउनट्रेंड को दिखाती है। दूसरी कैंडलस्टिक छोटी और हरी होती है, जो पहली कैंडलस्टिक की क्लोजिंग प्राइस के पास या उससे थोड़ा ऊपर पहली कैंडल के नेक लाइन पर खुलती है और उसी के आस पास ही ही बंद होती है। यह पैटर्न बताता है कि बुलिश ट्रेंड जारी रहेगा और बाजार में बिकवाली का दबाव घटा रहेगा।
33. बुलिश पियर्सिंग लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Piercing Line): बुलिश पियर्सिंग लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, ये कब और कैसे बनता है?

बुलिश पियर्सिंग लाइन कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Piercing Line) एक रिवर्सल कैंडल पैटर्न है यह तब बनता है जब एक डाउनट्रेंड के बाद, एक बड़ी लाल कैंडलस्टिक के बाद, एक हरी कैंडलस्टिक की बॉडी बनती है जो लाल कैंडलस्टिक की मध्य रेखा (Red Candle Body Middle Line) से ऊपर बंद होती है। इसका मतलब है कि कीमत ने रेजिस्टेंस जोन को पार कर लिया है, ये आमतौर पर बाजार में तेजी का संकेत देता है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बिकवाली (Selling) का दबाव कम हो गया है और खरीदारों (Buyers) का दबाव बढ़ रहा है, जिससे कीमतें ऊपर की ओर बढ़ सकती हैं।
34. बुलिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Separating Lines): बुलिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

बुलिश सेपरेटिंग लाइन्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Separating Lines Candlestick Pattern) एक रिवर्सल कैंडल पैटर्न है जो बाजार में तेज़ी को दर्शाता है। इस पैटर्न में दो कैंडलस्टिक होती हैं। पहली कैंडलस्टिक लंबी और लाल होती है, जो बेयरिश (Bearish) होने के संकेत देती है। इसके बाद, दूसरी कैंडलस्टिक छोटी और हरी होती है, जो पहली कैंडलस्टिक की बॉडी से अलग होती है और एक नए लेवल पर पहले कैंडल से ऊपर की ओर खुलती है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बिकवाली का दबाव कम हो गया है और तेजी की संभावना बढ़ गई है।
35. बुलिश साइड बाय साइड व्हाइट लाइन्स पैटर्न (Bullish Side By Side): बुलिश साइड बाय साइड व्हाइट लाइन्स पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

बुलिश साइड बाय साइड व्हाइट लाइन्स पैटर्न (Bullish Side By Side Candlestick Pattern) कैंडल पैटर्न आमतौर पर तेजी वाले बाजार में बनता है। इसमें तीन हरा कैंडल होता है, जो बढ़ते हुए तेज़ी के ट्रेंड (Bullish Trend) की पुष्टि करते हैं। पहले हरा कैंडल के बाद, ट्रेंड की दिशा में एक गैप अप के साथ दो और हरा कैंडल बनता है जो देखने में एक समान होते हैं। इस पैटर्न की विश्वसनीयता कम होती है इसलिए इस कैंडल पैटर्न के बाद ट्रेड लेने में सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि ट्रेंड कभी भी अचानक से दूसरी दिशा में जा सकता है।
36. बुलिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Stick Sandwich): बुलिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

बुलिश स्टिक सैंडविच कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Stick Sandwich Candlestick Pattern) एक रिवर्सल कैंडल पैटर्न है जो डाउनट्रेंड के बाद बनता है और इसमें तीन कैंडलस्टिक होती है। पहली और तीसरी कैंडल लाल होती है जो बेयरिश सेंटीमेंट्स को दर्शाती हैं जबकि दूसरी कैंडल हरी होती जो बुलिश सेंटीमेंट्स को दर्शाती है। पहली और तीसरी कैंडल की क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होती है।
तीसरी कैंडल दूसरी हरी कैंडल को पूरी तरह से धक् लेती है जो एक सैंडविच के आकर की तरह दीखता है। यह पैटर्न दर्शाता है की बाजार में सेलर्स कमज़ोर हो रहे हैं। पहली और तीसरी कैंडल का क्लोजिंग प्राइस एक सुप्पोर्ट जोन का काम करता है, जहां मार्केट सपोर्ट लेकर ऊपर जा सकता है। यह पैटर्न बाजार में तेज़ी को दर्शाता है। इस पैटर्न की विश्वसनीयता थोड़ी अच्छी होती है।
37. बुलिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Three Line Strike): बुलिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

बुलिश थ्री लाइन स्ट्राइक कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Three Line Strike Candlestick Pattern) बाजार में तेज़ी को दर्शाने वाला एक बुलिश कैंडल पैटर्न है। यह पैटर्न चार कैंडलस्टिक्स से बनता है। पहले तीन कैंडलस्टिक छोटी हरी होती हैं और एक उप ट्रेंड (Uptrend) को दर्शाती हैं। चौथी कैंडलस्टिक एक लंबी लाल कैंडल होती है जो पहले तीन हरी कैंडल्स को पूरी तरह से कवर करती है। इसका मतलब है कि बिकवाली का दबाव समाप्त हो गया है और खरीदारों ने पूरी तरह से बाजार में नियंत्रण कर लिया है। यह पैटर्न बाजार में तेजी के संकेत के रूप में देखा जाता है, जिससे कीमतों में संभावित वृद्धि का संकेत मिलता है।
38. बुलिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Thrusting): बुलिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

बुलिश थ्रस्टिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Thrusting Candlestick Pattern) एक रिवर्सल कैंडल पैटर्न है जो बाजार में संभावित तेजी को दर्शाता है। यह पैटर्न एक लाल कैंडलस्टिक के बाद हरी कैंडलस्टिक से बनता है। हरी कैंडलस्टिक की ओपनिंग प्राइस लाल कैंडलस्टिक की क्लोजिंग प्राइस से नीचे होती है, लेकिन हरी कैंडलस्टिक की क्लोजिंग प्राइस लाल कैंडलस्टिक के बॉडी के भीतर होती है। यह पैटर्न बताता है कि बिकवाली का दबाव कम हो रहा है और खरीदार बाजार में वापसी कर रहे हैं। हालांकि, इस पैटर्न की विश्वसनीयता कम होती है, इसलिए इसे अन्य टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स की सांथ मिलकर उचित निर्णय लेना चाहिए।
39. बुलिश ट्राइस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish TriStar Doji): बुलिश ट्राइस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, ये कब और कैसे बनता है?

बुलिश ट्राइस्टार डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish TriStar Doji Candlestick Pattern) बुलिश मार्केट ट्रेंड का संकेत देने वाला कैंडल पैटर्न है। इसमें तीन डोजी कैंडल्स होती हैं, जो एक डाउनट्रेंड के बाद बनती हैं। पहली और तीसरी डोजी कैंडल्स का स्थान एक दूसरे से दूर होता है, जबकि दूसरी डोजी कैंडलस्टिक पहली और तीसरी के बीच में होती है। यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में अनिश्चितता है, लेकिन बिकवाली (Selling) का दबाव कमजोर हो रहा है और खरीदारों (Buyers) का दबाव बढ़ रहा है। इस पैटर्न से संकेत मिलता है कि बाजार में संभावित तेजी आ सकती है, जिससे कीमतों में वृद्धि की संभावना होती है।
40. कॉनसीलिंग बेबी स्वॉलो कैंडलस्टिक पैटर्न (Concealing Baby Swallow): कॉनसीलिंग बेबी स्वॉलो कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

कॉनसीलिंग बेबी स्वॉलो कैंडलस्टिक पैटर्न (Concealing Baby Swallow Candlestick Pattern) एक दुर्लभ बुलिश रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है जो चार कैंडल्स से बनता है और डाउनट्रेंड के बाद बनता है। इस पैटर्न में पहले दो कैंडल्स लाल मारुबोजू कैंडल होती हैं। पहली कैंडल्स एक डाउनट्रेंड में बनती है, जबकि दूसरी कैंडल पहली कैंडल के बॉडी के भीतर खुलती है और पिछले क्लोजिंग प्राइस से नीचे बंद होती है।
तीसरी कैंडल एक हाई वेव कैंडल होती है, जिसकी लोअर शैडो नहीं होती और यह पिछली कैंडल के बॉडी के भीतर जाती है। चौथी कैंडल का लाल बॉडी तीसरी कैंडल के बॉडी और शैडोज़ को ढक लेती है। इस पैटर्न की विश्वसनीयता बहुत कम होती है और इसे लाइव स्टॉक मार्केट चार्ट (Live Stock Market Chart) पर बहुत कम बार देखा जाता है।
41. डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न (Dark Cloud Cover): डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न (Dark Cloud Cover Candlestick Pattern) एक दो-कैंडल से बना बेयरिश रिवर्सल पैटर्न है, जो एक लंबी अपट्रेंड के बाद बनता है। पहला कैंडल एक लंबी बुलिश कैंडल होती है, जो दर्शाती है कि बाजार में खरीदारों (Buyers) का दबदबा है। दूसरी कैंडल एक लंबी बेयरिश कैंडल बनती है, जो पहली कैंडल की उच्चतम (High) कीमत से ऊपर खुलती है लेकिन पहली कैंडल के मध्य बिंदु (Middle Candle Body) से नीचे बंद होती है।
यह पैटर्न इंगित करता है कि सेलर्स ने बाजार पर नियंत्रण कर लिया है, और बाजार यहां से नीचे गिरने वाला है। इस कैंडल पैटर्न का बनना संभावित डाउनट्रेंड का संकेत हो सकता है। इसे ट्रेडर्स द्वारा शॉर्ट पोजीशन (Short Position) लेने या लॉन्ग पोजीशन (Long Position) से बाहर निकलने के संकेत के रूप में उपयोग किया जाता है।
42. डाउनसाइड तसुकि गैप कैंडलस्टिक पैटर्न (Downside Tasuki Gap Candlestick Pattern): डाउनसाइड तसुकि गैप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

डाउनसाइड तसुकि गैप कैंडलस्टिक पैटर्न (Downside Tasuki Gap कैंडलस्टिक पैटर्न) एक बेयरिश कॉन्टीनुअशन (Continuation) पैटर्न है जो मौजूदा डाउनट्रेंड की पुष्टि करता है, यह संकेत देता है की मौजूदा डाउनट्रेंड अभी जारी रह सकता है। इस पैटर्न में तीन कैंडल्स होती हैं: पहली लाल कैंडल मौजूदा डाउनट्रेंड को दर्शाती है। दूसरी लाल कैंडल पहले कैंडल की क्लोजिंग के नीचे गैप बनाती है। तीसरी हरी कैंडल गैप में खुलती है और इस गैप को पूरी तरह से बंद किए बिना बंद होती है। यह पैटर्न बताता है कि बाजार में सेलर्स अभी भी नियंत्रण में हैं और कीमत में गिरावट जारी रह सकती है। यह कैंडल पैटर्न मौजूद डाउनट्रेंड के जारी रहने का संकेत देता है।
43. ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Dragonfly Doji): ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Dragonfly Doji Candlestick Pattern) एक ट्रेंड रिवर्सल कैंडल पैटर्न है जो बाजार में तात्कालिक ट्रेंड के बदलने का संकेत देता है। चाहे बाजार अपट्रेंड में हो या डाउनट्रेंड में, जो भी ट्रेंड चल रहा हो अगर ये ड्रैगनफ्लाई कैंडल पैटर्न बनता है तो इसका मतलब होता है की बाजार यहाँ से पलटने वाला है, बाजार का ट्रेंड बदलने वाला है। इस पैटर्न में, ओपन, हाई, और क्लोजिंग प्राइस समान होते हैं, और लो प्राइस काफी नीचे होता है, जो “T” आकार का बनता है।
यह पैटर्न एक लंबे निचले शैडो (Wick) को दिखाता है, जो उस अवधि के दौरान आक्रामक बिक्री का संकेत देता है। अगर यह पैटर्न कीमतों में वृद्धि के बाद दिखाई देता है, तो यह संभावित गिरावट का संकेत हो सकता है। दूसरी ओर, अगर यह कैंडल पैटर्न कीमतों में गिरावट के बाद दिखाई दे तो यह कीमतों में वृद्धि यानी बुलिश ट्रेंड का संकेत हो सकता है।
44. इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Evening Star): इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Evening Star Candlestick Pattern) एक बियरिश कैंडलस्टिक (Bearish Candlestick) पैटर्न है, जिसका उपयोग टेक्निकल एनालिसिस करते वक्त ट्रेंड रिवर्सल के रूप में देखा जाता है। बाजार में जब भी यह पैटर्न बनता है तो यह एक मौजूदा ट्रेंड के बदलने और बाजार का दूसरी दिशा में जाने की संभावनाओं का संकेत देता है। इस पैटर्न में तीन कैंडल्स होती हैं: एक बड़ी हरे रंग की कैंडल, एक छोटी-बॉडी वाली कैंडल, और एक लाल कैंडल। यह पैटर्न एक अपट्रेंड के शीर्ष पर बनता है, यह संकेत देते हुए कि अपट्रेंड समाप्त हो सकता है। इसका विपरीत पैटर्न मॉर्निंग स्टार है, जो एक बुलिश कैंडल पैटर्न (Bullish Candle Pattern) माना जाता है।
इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न की कुछ मुख्य बातें:
- इवनिंग स्टार पैटर्न एक बियरिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार के निचे गिरने का संकेत देता है और ये कीमतों में संभावित गिरावट की भविष्यवाणी करता है।
- यह पैटर्न दुर्लभ होता है, लेकिन इसे ट्रेडर्स द्वारा एक विश्वसनीय कैंडल पैटर्न माना जाता है। ऑप्शन ट्रेडिंग करते वक्त बैंक निफ़्टी, निफ़्टी, मिडकैप, फिन-निफ़्टी, अथवा सेंसेक्स के लाइव चार्ट पर इस इवनिंग स्टार कैंडल पैटर्न को बनते हुए अक्सर देखा जा सकता है।
- इवनिंग स्टार पैटर्न तीन स्टेप्स में बनता है: पहले स्टेप्स में बड़ा हरा कैंडल, दूसरे स्टेप में छोटा कैंडल, और तीसरे स्टेप्स में बड़ा लाल कैंडल बनता है।
इवनिंग स्टार पैटर्न को अन्य दूसरे इंडीकेटर्स और कैंडल अथवा चार्ट पैटर्न्स की साथ तुलना करके बाजार के दिशा की अधिक सटीक भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग किया जाता है।
45. फॉलिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Falling Three Methods): फॉलिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

फॉलिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Falling Three Methods) एक बियरिश (Bearish), पाँच-कैंडल्स का कॉन्टीनुअशन पैटर्न है जो मौजूदा डाउनट्रेंड की अस्थायी रुकावट का संकेत देता है, लेकिन ये ट्रेंड रिवर्सल का संकेत नहीं देता। अर्थात जब ये कैंडल पैटर्न बनता है तो इसका मतलब होता है की मौजूद डाउनट्रेंड में थोड़ा विराम जरूर लगेगा लेकिन बाजार का ट्रेंड नहीं बदलेगा। इस पैटर्न में ट्रेंड की दिशा में दो लम्बा और थोड़ा बड़ा हरा कैंडल्स होता है, एक शुरुआत में और एक अंत में। बीच में तीन छोटे लाल कैंडल्स होते हैं जो बाजार के विपरीत दिशा में होते हैं।
फॉलिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न के मुख्य बातें:
- बाजार में एक्टिव ट्रेडर्स इसे शॉर्ट पोजीशन बनाने के संकेत के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
- “फॉलिंग थ्री मेथड्स” पैटर्न बियरिश होता है और मौजूदा डाउनट्रेंड में एक अस्थायी रुकावट को दिखाता है, यह ट्रेंड रेवेर्सल का संकेत नहीं देता।
- इस पैटर्न में ट्रेंड की दिशा में दो लंबी कैंडल्स होती हैं, एक शुरुआत में और एक अंत में, और तीन छोटी कैंडल्स बीच में होती हैं।
- यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में ट्रेंड को बदलने के लिए पर्याप्त विश्वास का अभाव है।
46. फॉलिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न (Falling Window): फॉलिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

फॉलिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न (Falling Window Candlestick Pattern) एक बियरिश कंटिन्यूएशन पैटर्न (Bearish Continuation Pattern) है, जो डाउनट्रेंड के दौरान प्राइस गैप के साथ बनता है। यह पैटर्न दो कैंडल्स के बीच के गैप को दर्शाता है। पहली कैंडल किसी भी प्रकार की हो सकती है। दूसरी कैंडल का हाई पहली कैंडल के लो के नीचे बनता है।
फॉलिंग विंडो पैटर्न विशेष रूप से डाउनट्रेंड के दौरान बनता है, और यह दर्शाता है कि डाउनट्रेंड अभी जारी रहेगा जब तक गैप पूरा नहीं हो जाता। हालांकि, कुछ मामलों में, अगर यह पैटर्न अपट्रेंड के बाद बनता है, तो यह बियरिश रिवर्सल का संकेत भी हो सकता है। इस पैटर्न को समझते समय, बाजार में सपोर्ट और रेजिस्टेंस को ध्यान में रखना चाहिए।
47. फोर प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Four Price Doji): फोर प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

फोर प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Four Price Doji Candlestick Pattern) एक विशेष कैंडलस्टिक पैटर्न है, यह तब बनता है जब ओपन, हाई, लो, और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होता है, जिससे एक संकीर्ण वर्टिकल लाइन बनती है। यह पैटर्न बाजार में बुलिश रिवर्सल का संकेत माना जाता है और यह दर्शाता है कि मार्केट डाउनट्रेंड से अपट्रेंड की ओर बढ़ सकता है।
फोर प्राइस डोजी कैंडल पैटर्न को कैसे पहचानें:
- अ-संवेदनशीलता: यह पैटर्न मार्केट में असमंजस का संकेत देता है, क्योंकि न तो खरीदार (Buyer) और न ही विक्रेता (Seller) बाजार में प्राइस को एक निश्चित दिशा में धकेल सकते हैं।
- ओपन और क्लोज प्राइस: यह पैटर्न तब बनता है जब ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस समान होती हैं, जिससे कैंडलस्टिक के मध्य में एक छोटा बॉडी बनता है।
- ऊपरी और निचली शैडो (Wick): लंबी ऊपरी और निचली शैडो इस बात को दर्शाती हैं कि प्राइस की सीमा क्या थी।
48. ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Gravestone Doji): ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Gravestone Doji Candlestick Pattern) डाउनट्रेंड की संभावनाओं के तरफ इशारा करता है। सरल भाषा में ये एक बेयरिश कैंडल पैटर्न है जो बाजार के निचे गिरने का संकेत देता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक कैंडलस्टिक का ओपन, लो, और क्लोजिंग प्राइस एक जैसा या बहुत करीब होते हैं, जबकि ऊपर का शैडो (Candle Wick) लम्बा और बड़ा होता है। इस लम्बे ऊपरी शैडो का मतलब है कि ट्रेंड के शुरुआत में बुल्स ने बाजार में कीमत को ऊपर उठाया, लेकिन अंत में बेअर्स (Bears) ने कीमत को पहले के स्तर पर वापस ला दिया।
ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न की मुख्य बातें:
- डाउनट्रेंड के रेवेर्सल के कन्फर्मेशन के लिए इस पैटर्न के बाद के बनने वाले कैंडल से कन्फर्मेशन मिलना आवश्यक होता है।
- ग्रेवस्टोन डोजी बाजार के निचे गिरने का संकेत देने वाला कैंडल है, जो एक अपट्रेंड के ख़त्म होने के बाद आता है और डाउनट्रेंड को दर्शाता है।
- इसे अंग्रेजी के ‘T’ लेटर के उलटे आकार के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें लंबा ऊपरी शैडो होता है।
- इस पैटर्न का उपयोग बाजार में ट्रेडर्स लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलने या शॉर्ट पोजीशन लेने के लिए करते हैं।
49. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Hammer Candlestick): हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, ये कब और कैसे बनता है?

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Hammer Candlestick Pattern) एक रिवर्सल कैंडल पैटर्न है। यह तब बनता है जब बाजार में किसी शेयर या अन्य फाइनेंसियल यूनिट का प्राइस ओपन होने के पॉइंट से काफी निचे ट्रेड करता है, लेकिन उसी ट्रेडिंग टाइम फ्रेम के अंदर इस कैंडल का प्राइस ऊपर उठकर कैंडल का प्राइस ओपन होने के पॉइंट के करीब बंद हो जाता है। तब इस स्थिति में हैमर (Hammer) जिसे हथौड़ा कहते है, के आकार का एक कैंडल बनता है, जिसमे निचला शैडो (Candle Wick) असली कैंडल बॉडी के लम्बाई से काम से काम दोगुना होता है।
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की मुख्य बातें:
- हैमर कैंडलस्टिक आमतौर पर मूल्य में गिरावट के बाद बनती है, जिसमें एक छोटी बॉडी और लंबा निचला शैडो होता है।
- जब बाजार गिरावट के बाद उठता है और बंद होने की कीमत के करीब आता है तो यह पैटर्न बाजार में रिवर्सल का संकेत देता है।
- रिवर्सल कन्फर्मेशन के लिए हैमर कैंडल बनने के बाद वाले कैंडल को हैमर कैंडल के क्लोजिंग प्राइस के ऊपर बंद होना चाहिए।
इस हैमर पैटर्न का उपयोग बाजार ट्रेंड की दिशा बदलने के संकेत के रूप में किया जाता है, लेकिन यह अगले कैंडल के कन्फर्मेशन के बिना पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं होता।
50. हैंगिंग मैन कैंडलस्टिक पैटर्न (Hanging Man): हैंगिंग मैन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

हैंगिंग मैन कैंडलस्टिक पैटर्न (Hanging Man Candlestick Pattern) एक बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जो आमतौर पर एक अपट्रेंड के अंत में दिखाई देता है। इस पैटर्न को पहचानने का तरीका ये होता है की इस कैंडल का बॉडी बहुत छोटा और नीचे का शैडो (Wick) लम्बा होता है। जब कैंडलस्टिक का रंग लाल होता है, तो इसका मतलब है कि कैंडल का क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से कम था, और हरे कैंडल का मतलब होता है की क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से ज्यादा था।
यह पैटर्न अपट्रेंड के बाद बनता है। तथा यह पैटर्न ये संकेत देता है की बाजार में बुल्स की ताकत कमज़ोर हो रही है और बेअर्स बाजार में अपनी ताकत को बढ़ा रहे है और बाज़ार यहाँ से निचे गिर सकता है। ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स इस पैटर्न को एक संभावित डाउनट्रेंड के संकेत के रूप में मानते हैं और इसकी पुष्टि के लिए अगले कैंडल के क्लोजिंग प्राइस को देखते हैं।
51. इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Inverted Hammer): इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है? हरा और लाल इनवर्टेड हैमर कैंडल से क्या होता है?

इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Inverted Hammer Candle) आमतौर पर डाउनट्रेंड के अंत में बनता है और यह एक संभावित बुलिश रिवर्सल (Bullish Reversal) का संकेत देता है। यह पैटर्न तब बनता है जब कैंडल का ओपन, लो और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होते हैं, और इसमें एक लंबी ऊपरी शैडो (Wick) होती है जो कि कैंडल के वास्तविक बॉडी की लंबाई से कम से कम दो गुना लंबी होती है।
यदि इनवर्टेड हैमर पैटर्न के बाद कीमतें ऊपर जाती हैं, तो यह संकेत देता है कि बाजार में बायर्स (Buyers) ने बेयर्स (Bears) की ताकत को चुनौती दी है। हरे रंग का इनवर्टेड हैमर बुलिश रिवर्सल का अधिक सकारात्मक संकेत देता है, जबकि लाल रंग का इनवर्टेड हैमर कैंडल काम प्रभावी होता है और लाल इनवर्टेड हैमर को कमज़ोर बुलिश रिवर्सल संकेत माना जाता है। इस कैंडल के बनने के बाद एक कन्फर्मेशन कैंडल का बनना बहुत महत्वपूर्ण होता है, जो ट्रेडर्स को बाजार में संभावित बाय सिग्नल (Buy Signal) का संकेत देता है।
52. लैडर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न (Ladder Bottom): लैडर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

लैडर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न (Ladder Bottom Candle Pattern) पाँच-कैंडल वाला रिवर्सल पैटर्न है जो डाउनट्रेंड के बाद मूल्य वृद्धि की शुरुआत का संकेत देता है। यह पैटर्न एक श्रृंखला के रूप में गिरती हुई लाल कैंडल्स के बंद कीमतों के साथ शुरू होता है और इसके बाद एक हरे कैंडल के सांथ तेज़ी से मूल्य में वृद्धि होती है मतलब मार्किट ऊपर की तरफ जाता है।
इस पैटर्न की पहचान निम्नलिखित विशेषताओं से होती है:
- मार्केट डाउनट्रेंड में होता है।
- पहले तीन कैंडल्स लम्बे लाल रंग के डाउन साइड में गिरते हुए कैंडल बॉडी के साथ होते हैं, जिनकी ओपन और क्लोजिंग प्राइस पिछले कैंडल्स के ओपन और क्लोजिंग से नीचे होती है।
- चौथी कैंडल भी लाल होती है, जिसमें छोटी बॉडी और लंबा ऊपरी शैडो (Wick) होता है।
- पांचवा कैंडल हरे रंग का ऊपर की तरफ बनता है, जिसका ओपन प्राइस चौथी कैंडल के बॉडी से ऊपर होता है।
यह पैटर्न तब बनता है जब डाउनट्रेंड कमज़ोर होने लगता है और बाजार में बुल्स अपनी ताकत लगाकर बाजार को नियंत्रण में ले लेते हैं।
53. लैडर टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Ladder Top Candlestick Pattern): लैडर टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, ये कब और कैसे बनता है?

लैडर टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Ladder Top Candlestick Pattern) एक महत्वपूर्ण टेक्निकल एनालिसिस कैंडल पैटर्न है, जिसका उपयोग बाजार में संभावित गिरावट की भविष्यवाणी के लिए किया जाता है। यह पैटर्न अक्सर एक अपट्रेंड के बाद प्रकट होता है और यह दर्शाता है कि खरीदारी (Buying) का दबाव कम हो रहा है और विक्रेताओं (Sellers) का प्रभाव बढ़ रहा है।
इस पैटर्न में लगातार पांच कैंडल्स शामिल होते हैं। पहले तीन कैंडल्स आमतौर पर लंबे और हरे होते हैं, जो मजबूत खरीदारी दबाव का संकेत देते हैं। चौथा कैंडल छोटा होता है और हरे या लाल रंग का हो सकता है, जो यह दर्शाता है कि खरीदारी का दबाव कमजोर हो रहा है। पाँचवाँ कैंडल लाल होता है और पहले चार कैंडल्स के बॉडी को कवर करता है, जो बाजार में विक्रेताओं के दबाव के बढ़ने का संकेत देता है।
लैडर टॉप पैटर्न को पहचानना आवश्यक होता है क्योंकि यह संभावित ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देता है। इस पैटर्न के बनने पर ट्रेडर्स को सावधानी बरतनी चाहिए और अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। कुल मिलाकर, लैडर टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार में संभावित गिरावट के शुरुआती संकेत प्रदान करता है, जो ट्रेडर्स के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
54. लॉन्ग-लेग्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Long Legged Doji): लॉन्ग-लेग्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या होता है, यह कब और कैसे बनता है?

लॉन्ग-लेग्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Long Legged Doji Candlestick Pattern) एक लंबे ऊपरी और निचले शैडो के साथ एक छोटे बॉडी में बनता है। उसमें ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होता है। यह पैटर्न बाजार में अनिश्चितता का संकेत देता है और खासकर जब वह एक मजबूत उछाल या गिरावट के बाद बनता है, तो इसकी महत्त्व बढ़ जाता है।
लॉन्ग-लेग्ड डोजी दर्शाता है कि बाजार में खरीदारों और विक्रेताओं के बीच संघर्ष चल रहा है, और इस स्थिति में बाजार दिशा बदल सकता है। हालांकि, यह पैटर्न हमेशा ट्रेंड का अंत नहीं दर्शाता, बल्कि यह एक छोटी अवधि की शुरुआत भी हो सकता है। ट्रेडर्स को इस पैटर्न के बनने के बाद बदलते हुए प्राइस के व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए और इसे अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ तुलना करके कन्फर्मेशन लेने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए।
55. मैचिंग हाई कैंडलस्टिक पैटर्न (Matching High): मैचिंग हाई कैंडलस्टिक पैटर्न क्या होता है, यह कब और कैसे बनता है?

मैचिंग हाई कैंडलस्टिक पैटर्न (Matching High Candlestick Pattern) एक मंदी का संकेत देने वाला कैंडल पैटर्न है जो एक अपट्रेंड के बाद बनता है। इस पैटर्न में दो हरा बॉडी वाला मारुबोजू (Marubozu) कैंडल होता है। पहला कैंडल लम्बा होता है, और दूसरा कैंडल का ओपनिंग प्राइस पहले कैंडल के ओपनिंग प्राइस से ऊपर होता है, लेकिन दोनों कैंडल्स की क्लोजिंग प्राइस समान होती है। इस पैटर्न का महत्व तब बढ़ जाता है जब अगला कैंडल लाल रंग का होता है। और उसका क्लोजिंग प्राइस पहले कैंडल के ओपनिंग प्राइस से नीचे होता है, जो मंदी (Downtrend) के रुझान का कन्फर्मेशन देता है।
56. मैचिंग लो कैंडलस्टिक पैटर्न (Matching Low): मैचिंग लो कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

मैचिंग लो कैंडलस्टिक पैटर्न (Matching Low Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल कैंडल पैटर्न है जो दो कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक डाउनट्रेंड के बाद दो लाल रंग के कैंडल्स का क्लोजिंग प्राइस समान होता हैं। इसका मतलब यह होता है की सेलर्स बाज़ार में कमजोर हो रहे हैं और संभावित रूप से एक सपोर्ट लेवल बन सकता है।
हालांकि, यह पैटर्न अक्सर एक कंटिन्यूएशन पैटर्न के रूप में काम करता है, और इसलिए यह जरूरी नहीं है कि यह हमेशा एक ट्रेंड रिवर्सल का संकेत दे। ट्रेडर्स को इस पैटर्न के बनने के बाद अगले कैंडल के बनने का इंतजार करना चाहिए ताकि बाजार के सही दिशा का कन्फर्मेशन मिल सके उसके बाद ही उन्हें ट्रेडिंग निर्णय लेना चाहिए।
57. मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Morning Star): मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न क्या होता है, यह कब और कैसे बनता है?

मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Morning Star) एक तीन-कैंडल्स वाला पैटर्न है जो एक डाउनट्रेंड के बाद बनता है और यह संभावित बुलिश रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न एक लम्बे लाल कैंडल, एक छोटा लाल या हरा रंग का कैंडल और एक लम्बा हरा कैंडल से मिलकर बनता है। दूसरे कैंडल का छोटा बॉडी और लम्बा विक्स बाजार की अनिश्चितता को दर्शाते हैं। मॉर्निंग स्टार के विपरीत पैटर्न को ‘इवनिंग स्टार’ कहा जाता है, जो एक अपट्रेंड के रिवर्सल का संकेत देता है।
58. न्यूट्रल डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Neutral Doji): न्यूट्रल डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

न्यूट्रल डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (Neutral Doji Candlestick Pattern) एक सिंगल-कैंडल पैटर्न है जिसमें ओपनिंग और क्लोजिंग कीमतों में बहुत कम या कोई अंतर नहीं होता। इसका वास्तविक बॉडी छोटा या बिलकुल नहीं होता है, और इसके ऊपरी और निचले शेडो (Wick) समान आकार के होते हैं। यह पैटर्न आमतौर पर चार्ट पर कहीं भी बन सकता है और इसके स्थान और अन्य पैटर्न जैसे मॉर्निंग डोजी स्टार, हरामी स्टार, और इवनिंग डोजी स्टार के साथ संबंध के आधार पर बुलिश (Bullish) या बेयरिश (Bearish) ट्रेंड रिवर्सल का संकेत दे सकता है।
यह पैटर्न तब बन सकता है जब बुल्स (Bulls) और बेयर (Bear) बाजार में संतुलन बनाते हैं, जिससे भविष्य में कीमत की दिशा का संकेत मिलता है। अगर यह पैटर्न डाउनट्रेंड के अंत में बनता है, तो यह एक बुलिश रिवर्सल का संकेत हो सकता है, जबकि अपट्रेंड के अंत में यह बेयरिश रिवर्सल (Bearish Reversal) का संकेत हो सकता है।
59. वन ब्लैक क्रो कैंडलस्टिक पैटर्न (One Black Crow): वन ब्लैक क्रो कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

वन ब्लैक क्रो कैंडलस्टिक पैटर्न (One Black Crow Candlestick Pattern) एक बेयरिश रिवर्सल (Bearish Reversal) पैटर्न है जो एक रेजिस्टेंस स्तर (Resistance Level) के आसपास बनता है। इसमें दो कैंडलस्टिक होते हैं—पहली एक लंबी बुलिश कैंडल (Bullish Candle) होती है, जिसके बाद एक लंबी बेयरिश कैंडल (Bearish Candle) होती है जो पिछले बुलिश कैंडल की बॉडी के भीतर खुलती है और उसके निचले स्तर से नीचे बंद होती है।
यह पैटर्न संकेत देता है कि खरीदारों (Buyers) का नियंत्रण बाजार में खत्म हो गया है और विक्रेता (Sellers) बाजार पर हावी हो गए हैं, जिससे कीमतों में और गिरावट हो सकती है। इस पैटर्न का मतलब होता है कि एक अपट्रेंड का अंत हो गया है और अब एक डाउनट्रेंड शुरू हो सकता है। वन ब्लैक क्रो पैटर्न (One Black Crow Pattern) आमतौर पर एक अपट्रेंड के अंत में बनता है और ट्रेडर्स को लम्बे पोजीशन से बाहर निकलने या शॉर्ट पोजीशन लेने का संकेत देता है।
60. वन व्हाइट सोल्जर कैंडलस्टिक पैटर्न (One White Soldier): वन व्हाइट सोल्जर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

वन व्हाइट सोल्जर कैंडलस्टिक पैटर्न (One White Soldiers Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है जो दो कैंडल्स से बनता है। इसमें पहली कैंडल लंबी और बेयरिश होती है, जो डाउनट्रेंड को जारी रखती है। दूसरी कैंडल लंबी और बुलिश होती है, जो पहली कैंडल की बॉडी के भीतर खुलती है और उसकी ओपनिंग के ऊपर बंद होती है। इस पैटर्न का संकेत होता है कि एक डाउनट्रेंड का अंत हो गया है और अब एक अपट्रेंड शुरू हो सकता है।
61. राइजिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Rising Three Methods): राइजिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

राइजिंग थ्री मेथड्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Rising Three Methods Candlestick Pattern) एक बुलिश कंटिन्यूएशन कैंडलस्टिक पैटर्न है जो अपट्रेंड के दौरान बनता है और अंत में उस ट्रेंड को फिर से शुरू करता है। इस पैटर्न में पाँच कैंडल्स होता है: पहला कैंडल बड़ा और बुलिश होता है, जिसके बाद तीन छोटे बेयरिश कैंडल्स होते हैं जो पहले कैंडल के लो और हाई के भीतर ट्रेड करते हैं। अंत में, एक बड़ा बुलिश कैंडल बनता है जो पहले कैंडल के हाई को तोड़ता है और उसके ऊपर बंद होता है। यह पैटर्न बताता है कि बुल्स ने मार्केट पर फिर से नियंत्रण कर लिया है, और अपट्रेंड जारी रहेगा।
62. राइजिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न (Rising Window): राइजिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

राइजिंग विंडो कैंडलस्टिक पैटर्न (Rising Window Candlestick Pattern) एक बुलिश कंटिन्यूएशन पैटर्न (Bullish Continuation Pattern) है, जो आमतौर पर एक अपट्रेंड में देखा जाता है। इस पैटर्न में, पहली कैंडल किसी भी प्रकार की हो सकती है, लेकिन उसका बंद होने का लेबल ट्रेंडलाइन के ऊपर होना चाहिए। दूसरी कैंडल का लो, पहली कैंडल के हाई से ऊपर होना चाहिए, जिससे एक प्राइस गैप बनता है। यह गैप ही राइजिंग विंडो पैटर्न को बनाता है और यह इसकी खासियत है।
बाजार में जब भी तीन राइजिंग विंडो कैंडल पैटर्न बनता है तो उसके बाद मार्केट ट्रेंड में रिवर्सल आ सकता है। यदि दूसरी कैंडल एक हाई वॉल्यूम के साथ बनती है, तो पैटर्न की विश्वसनीयता बढ़ जाती है। लेकिन यहाँ ध्यान देने योग्य बात ये है की जब भी इस पैटर्न के दौरान एक लाल कैंडल या डोजी कैंडल बनता है तो इस पैटर्न की ताकत कमज़ोर हो जाती है और इस कारण इसकी विश्वसनीयता कम हो जाती है।
इसलिए इस पैटर्न के दौरान सपोर्ट और रेजिस्टेंस लाइन को जरूर देखना चाहिए और यह देखना चाहिए की सपोर्ट और रेजिस्टेंस लाइन पर इस पैटर्न के बनने के दौरान कैसे कैंडल बन रहे है और मार्केट किस दिशा में जा रहा है।
63. शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Shooting Star): शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न (Shooting Star Candlestick Pattern) एक बेयरिश (Bearish) कैंडल पैटर्न है, जिसमें कैंडल के बॉडी के ऊपर एक लम्बा विक होता है, बॉडी के नीचे तरफ बिलकुल छोटी या ना के बराबर विक होता है तथा कैंडल की बॉडी छोटी होती है।
यह पैटर्न आमतौर पर एक अपट्रेंड के बाद बनता है, जहां कीमत ओपनिंग के बाद तेजी से बढ़ती है, लेकिन अंत में ओपनिंग के पास ही बंद हो जाती है। यह पैटर्न संकेत देता है कि कीमत में गिरावट हो सकती है और बाजार नीचे जा सकता है, क्योंकि अपट्रेंड के दौरान खरीदारों का ताकत मजबूत था लेकिन अंत में सेलर्स ने बाजार पर काबू पा लिया है और बाजार में कीमत को नीचे धकेल दिया है
ट्रेडर्स अक्सर शूटिंग स्टार के बाद की अगली कैंडल पर नजर रखते हैं। यदि अगली कैंडल के दौरान कीमत गिरती है, तो यह संकेत मिलता है कि कीमत में और गिरावट आ सकती है। अगर कीमत शूटिंग स्टार के बाद बढ़ती है, तो यह एक संभावित रेजिस्टेंस जोन की ओर इशारा कर सकती है, जहां कीमत कुछ समय के लिए स्थिर हो सकती है, मार्केट कुछ देर साइड जोन में जा सकता है या बाजार और कीमत फिर से बढ़ सकती है।
64. स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Spinning Top): स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Spinning Top Candlestick Pattern) एक ख़ास कैंडलस्टिक पैटर्न है जो बाजार में अनिश्चितता को दर्शाता है। इस पैटर्न में छोटी वास्तविक बॉडी होती है, जो लंबी ऊपरी और निचली छाया (Wick) के बीच में स्थित होती है। यह पैटर्न तब बनता है जब खरीदार (Buyer) और विक्रेता (Seller) दोनों ही एक समय अवधि के दौरान कीमत को ऊपर-नीचे धकेलते हैं, लेकिन अंत में कीमत ओपनिंग के पास ही बंद होती है।
स्पिनिंग टॉप पैटर्न में बॉडी छोटी होती है, जिससे ओपन और क्लोज कीमतों के बीच का अंतर बहुत कम होता है। स्पिनिंग टॉप पैटर्न को डोजी कैंडल समझकर भ्रमित नहीं होना चाहिए, चूँकि दोनों ही कैंडल सामान्य दृष्टि में देखने में एक समान दिखते हैं लेकिन दोनों की बॉडी साइज बिलकुल अलग होती है। स्पिनिंग टॉप कैंडल का बॉडी डोजी कैंडल के बॉडी के अपेछा बड़ा होता है।
स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक बाजार में एक अनिर्णय का संकेत है, जिसका अर्थ है कि बाजार में अगली दिशा को लेकर स्पष्टता नहीं है। इस पैटर्न के बाद, अगर अगली कैंडल एक निश्चित दिशा में बढ़ती है, तो यह संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत हो सकता है। उदाहरण के लिए, अगर स्पिनिंग टॉप एक अपट्रेंड के बाद आता है और उसके बाद एक बेयरिश कैंडल (Bearish Candle) बनती है, तो यह कीमत में गिरावट का संकेत हो सकता है।
स्पिनिंग टॉप पैटर्न का उपयोग करते समय, अन्य तकनीकी संकेतकों जैसे मूविंग एवरेज, MACD, या RSI का उपयोग भी करना महत्वपूर्ण होता है, ताकि एक सही ट्रेड निर्णय लिया जा सके। इस पैटर्न को सही से समझने और उपयोग करने के लिए यह आवश्यक है कि इस स्पिनिंग टॉप कैंडल के बनने के बाद वाली कैंडल की पुष्टि हो की अगली कैंडल कैसी बनी है, जिससे अनिर्णय की स्थिति को स्पष्ट किया जा सके।
65. थ्री ब्लैक क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Black Crows): थ्री ब्लैक क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री ब्लैक क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Black Crows Candlestick Pattern) एक बेयरिश (Bearish) कैंडल पैटर्न है, जो संभावित मार्केट रिवर्सल की ओर इशारा करता है। यह पैटर्न तीन लगातार लंबी लाल कैंडल्स से बनता है, जिनमें से प्रत्येक की क्लोजिंग प्राइस पिछली कैंडल की क्लोजिंग प्राइस से कम होती है। इस पैटर्न का मतलब होता है कि बाजार में मंदी का दबाव बढ़ रहा है और खरीदारों की तुलना में विक्रेता हावी हो रहे हैं।
इस पैटर्न का उपयोग ट्रेडर्स संभावित डाउनट्रेंड की पहचान के लिए करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी स्टॉक का मूल्य लगातार बढ़ने के बाद थ्री ब्लैक क्रोज़ पैटर्न बनाता है, तो यह संकेत हो सकता है कि स्टॉक की कीमत अब गिरने वाली है। यह पैटर्न तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब यह किसी ओवरबॉट (Overbought) स्थिति में या किसी प्रमुख रेजिस्टेंस लेवल पर बनता है।
उदाहरण के लिए : मान लीजिए कि ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹5000 पर है और पिछले तीन दिनों में तीन लंबी लाल कैंडल्स बने हैं, जिनमें से प्रत्येक दिन की क्लोजिंग प्राइस ₹4800, ₹4500 और ₹4200 रही है। इस स्थिति में, यह थ्री ब्लैक क्रोज़ पैटर्न (Three Black Crows) को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि शेयर की कीमत में और गिरावट हो सकती है।
66. थ्री इनसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Inside Down): थ्री इनसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री इनसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Inside Down Candlestick Pattern) एक बेयरिश रिवर्सल पैटर्न (Bearish Reversal Pattern) है। यह तीन कैंडल्स से बनता है और यह दर्शाता है कि स्टॉक प्राइस (Stock Price) की तेजी समाप्त हो रही है और गिरावट शुरू हो सकती है। इस पैटर्न की निम्नलिखित विशेषताएं हैं:
- पहली कैंडल एक बड़ी हरे रंग की कैंडल होती है, जो एक अपट्रेंड को दर्शाती है।
- दूसरी कैंडल एक छोटी लाल कैंडल होती है, जो पहली कैंडल के भीतर खुलती और बंद होती है।
- तीसरी कैंडल भी लाल होती है और दूसरी कैंडल की क्लोजिंग से नीचे बंद होती है, जिससे बाजार में गिरावट की पुष्टि होती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी के शेयर की कीमत ₹1500 तक बढ़ गई है। पहली कैंडल ₹1500 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹1450 पर बंद होती है, और तीसरी कैंडल ₹1400 पर बंद होती है। इस पैटर्न से संकेत मिलता है कि कीमतों में गिरावट की संभावना बढ़ रही है, और ट्रेडर्स इसे मंदी की शुरुआत के संकेत के रूप में देख सकते हैं।
67. थ्री इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Inside Up): थ्री इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Inside Up Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है, जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक बड़ी लाल कैंडल के बाद एक छोटी हरी कैंडल बनती है, जो पहली कैंडल के भीतर खुलती और बंद होती है। तीसरी कैंडल भी हरी होती है और दूसरी कैंडल की बंद कीमत से ऊपर बंद होती है, जिससे बाजार में तेजी की पुष्टि होती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹1200 पर है। पहली कैंडल ₹1200 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹1180 पर, और तीसरी कैंडल ₹1220 पर बंद होती है, जो तेजी की शुरुआत का संकेत देती है।
68. थ्री आउटसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Outside Down): थ्री आउटसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री आउटसाइड डाउन कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Outside Down Candlestick Pattern) एक बेयरिश रिवर्सल पैटर्न है, जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब पहली कैंडल एक छोटी हरी कैंडल होती है, दूसरी बड़ी लाल कैंडल पहली कैंडल को कवर करती है, और तीसरी कैंडल दूसरी कैंडल की बंद कीमत से नीचे बंद होती है, जिससे बाजार में गिरावट की पुष्टि होती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी के शेयर की कीमत ₹1800 पर है। पहली कैंडल ₹1800 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹1750 पर और तीसरी कैंडल ₹1700 पर बंद होती है, जो बाजार में मंदी की शुरुआत का संकेत देती है।
69. थ्री आउटसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Outside Up): थ्री आउटसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री आउटसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Outside Up Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है, जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह तब बनता है जब पहली कैंडल एक छोटी लाल कैंडल होती है, दूसरी बड़ी हरे रंग की कैंडल बनती है जो पहली कैंडल को कवर करती है, और तीसरी कैंडल दूसरी कैंडल की क्लोजिंग से ऊपर बंद होती है, जिससे बाजार में तेजी की पुष्टि होती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹1000 पर है। पहली कैंडल ₹1000 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹1050 पर और तीसरी कैंडल ₹1100 पर बंद होती है, जो तेजी की शुरुआत का संकेत देती है।
70. थ्री स्टार्स इन द साउथ कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Stars in the South): थ्री स्टार्स इन द साउथ कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री स्टार्स इन द साउथ कैंडलस्टिक पैटर्न (Three Stars in the South Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है, जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब पहले दो कैंडल्स में छोटे-छोटे वास्तविक बॉडी और लंबे निचले शैडो होते हैं, जबकि तीसरी कैंडल एक हैमर कैंडल (Hammer Candle) होती है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बाजार में सेलर्स का दबदबा समाप्त हो रहा है और बाजार में संभावित तेजी आ सकती है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹800 पर है। पहली कैंडल ₹750 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹760 पर, और तीसरी कैंडल ₹770 पर बंद होती है, जिसमें लंबे निचले शैडो होते हैं। यह पैटर्न दर्शाता है कि कीमतों में अब उछाल आ सकता है और स्टॉक मार्केट ऊपर जा सकता है। ट्रेडर्स ऐसे खरीदारी (Buying) का संकेत मान सकते हैं।
71. थ्री व्हाइट सोल्जर्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Three White Soldiers): थ्री व्हाइट सोल्जर्स कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

थ्री व्हाइट सोल्जर्स कैंडलस्टिक पैटर्न (Three White Soldiers) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है, जो तीन लगातार लम्बे हरे रंग के कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब बाजार में मंदी के बाद तेजी की शुरुआत होती है। प्रत्येक कैंडल पहले कैंडल की बंद कीमत के ऊपर खुलती है और ट्रेंड के ऊपरी सिरे पर बंद होती है, जो खरीदारों (Buyers) के मजबूत दबाव का संकेत देती है।
इस पैटर्न की विश्वसनीयता अधिक मानी जाती है, खासकर जब यह लंबी अवधि के डाउनट्रेंड के बाद बनता है हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए अन्य तकनीकी संकेतकों और वॉल्यूम डेटा का उपयोग करना महत्वपूर्ण होता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC एक कंपनी है जिसकी शेयर की कीमत ₹500 पर है। पहली कैंडल ₹510 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल ₹530 पर और तीसरी कैंडल ₹550 पर बंद होती है। यह पैटर्न दर्शाता है कि बाजार में अभी तेजी की प्रवृत्ति जारी रह सकती है।
72. ट्वीजर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न (Tweezer Bottom): ट्वीजर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

ट्वीजर बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न (Tweezer Bottom Candlestick Pattern) एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है जो दो कैंडल्स से बनता है और यह तब बनता है जब एक डाउनट्रेंड में कीमत एक निश्चित स्तर पर रुकती है। यह पैटर्न तब बनता है जब पहली कैंडल लंबी लाल होती है और दूसरी कैंडल हरे रंग की होती है। दोनों कैंडल्स की लो कीमत लगभग एक जैसी होती है, जिससे पता चलता है कि सपोर्ट लेवल पर सेल्लिंग का दबाव समाप्त हो गया है।
इस पैटर्न का महत्व तब बढ़ जाता है जब यह प्रमुख सपोर्ट लेवल पर बनता है और हाई वॉल्यूम के साथ आता है। यह दर्शाता है कि खरीदार (Buyer) अब बाजार पर नियंत्रण कर रहे हैं और कीमतें बढ़ सकती हैं।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹200 पर गिर रही है। पहली कैंडल ₹195 पर बंद होती है, और दूसरी कैंडल ₹195 पर ही लो बनाती है और ₹205 पर बंद होती है। इस पैटर्न से संकेत मिलता है कि कीमतें अब बढ़ सकती हैं। ट्रेडर्स इसे बाइंग का संकेत मान सकते हैं।
73. ट्वीज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Tweezer Top Candlestick Pattern): ट्वीज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

ट्वीज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न (Tweezer Top Candlestick Pattern) बाजार में एक संभावित ट्रेंड रिवर्सल (उलटफेर) की ओर इशारा करता है। यह पैटर्न आमतौर पर एक अपट्रेंड (बढ़ते हुए बाजार) के अंत में दिखाई देता है और संभावित रूप से बाजार के गिरने का संकेत देता है।
ट्वीज़र टॉप पैटर्न दो लगातार कैंडल्स से बनता है:
- पहला कैंडल: एक लंबा हरा कैंडल जो बाजार में मजबूती और खरीदारी का दबाव दिखाता है।
- दूसरा कैंडल: एक लंबा लाल कैंडल जो पहले कैंडल के हाई के बराबर या उसके करीब समाप्त होता है, यह दर्शाता है कि विक्रेताओं ने नियंत्रण हासिल कर लिया है।
उदाहरण:
मान लीजिए कि एक स्टॉक की कीमत एक अपट्रेंड में बढ़ रही है और पहले दिन, एक लंबा हरा कैंडल बनता है। अगले दिन, स्टॉक की कीमत फिर से उसी हाई पर पहुंचती है, लेकिन दिन के अंत में, एक लंबा लाल कैंडल बनता है। इस स्थिति में, यह ट्वीज़र टॉप पैटर्न बनाता है और बाजार में संभावित गिरावट का संकेत देता है।
इस पैटर्न की विश्वसनीयता:
ट्वीज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न की विश्वसनीयता मध्यम होती है। इसका मतलब है कि यह पैटर्न हमेशा 100% सही नहीं होता, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण चेतावनी संकेत हो सकता है। इसलिए, ट्रेडर्स को इस पैटर्न को अन्य तकनीकी संकेतकों और विश्लेषणों के साथ उपयोग करना चाहिए।
यदि आप इस पैटर्न को अन्य विश्वसनीय संकेतकों के साथ मिलाते हैं, तो यह आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकता है और आपके ट्रेडिंग रणनीति को मजबूत बना सकता है।
74. अपसाइड गैप टू क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न (Upside Gap Two Crows): अपसाइड गैप टू क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, ये कब और कैसे बनता है?

अपसाइड गैप टू क्रोज़ कैंडलस्टिक पैटर्न (Upside Gap Two Crows Candlestick Pattern) एक बेयरिश रिवर्सल (Bearish Reversal) पैटर्न है जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक अपट्रेंड में पहली बड़ी हरी कैंडल के बाद दूसरी लाल कैंडल गैप के साथ खुलती है, और फिर तीसरी लाल कैंडल दूसरी कैंडल की बॉडी के अंदर बंद होती है। तीसरी कैंडल का बंद होना दूसरी कैंडल की बॉडी के अंदर यह संकेत देता है कि बाजार में मंदी का दबाव बढ़ रहा है।
उदाहरण: मान लीजिए, ABC कंपनी के शेयर की कीमत ₹1200 पर है। पहली हरी कैंडल ₹1250 पर बंद होती है, दूसरी लाल कैंडल गैप के साथ ₹1260 पर खुलती है और फिर ₹1240 पर बंद होती है। तीसरी लाल कैंडल ₹1230 पर बंद होती है, जो दूसरी कैंडल की बॉडी के अंदर बंद होती है। यह पैटर्न संकेत देता है कि कीमतें गिर सकती हैं।
75. अपसाइड तासुकी गैप कैंडलस्टिक पैटर्न (Upside Tasuki Gap): अपसाइड तासुकी गैप कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, यह कब और कैसे बनता है?

अपसाइड तासुकी गैप कैंडलस्टिक पैटर्न (Upside Tasuki Gap Candlestick Pattern) एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जो तीन कैंडल्स से बनता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक अपट्रेंड में पहली कैंडल लंबी हरी होती है, दूसरी कैंडल गैप के साथ खुलती है और ये भी हरी होती है, और तीसरी कैंडल लाल रंग की होती है जो दूसरी कैंडल की बॉडी के अंदर बंद होती है। इस पैटर्न का मतलब है कि बाजार में कुछ सुधार या रिट्रेसमेंट हो सकता है, लेकिन अपट्रेंड जारी रहने की संभावना है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, XYZ कंपनी के शेयर की कीमत ₹1000 से बढ़कर ₹1100 पर पहुंचती है। पहली कैंडल ₹1100 पर बंद होती है, दूसरी कैंडल गैप के साथ ₹1150 पर खुलती है और ₹1200 पर बंद होती है। तीसरी कैंडल ₹1180 पर बंद होती है, जो दूसरी कैंडल की बॉडी के अंदर होती है। यह पैटर्न दर्शाता है कि कीमतों में कुछ सुधार हो सकता है, लेकिन बाजार अभी भी अपट्रेंड में ही रहेगा।
यह पैटर्न संकेत देता है कि संभावित सुधार के बाद अपट्रेंड जारी रह सकता है, इसलिए इसे आम तौर पर एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जाता है।
चार्ट पैटर्न्स (Chart Patterns) क्या होता है?
चार्ट पैटर्न्स (Chart Patterns): चार्ट पैटर्न किसी शेयर, मुद्रा, या कमोडिटी जैसे वित्तीय संपत्ति की कीमतों को एक ग्राफ स्ट्रक्चर के द्वारा स्टॉक मार्केट में विश्लेषण करने को कहा जाता है। ये पैटर्न ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को भविष्य में कीमत की दिशा का अनुमान लगाने में मदद करता है।
चार्ट पैटर्न को तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा जा सकता है: निरंतरता (Continuation) जब कीमत मौजूदा ट्रेंड में रहती है, उलटफेर (Reversal) जब बाजार में कीमत की दिशा बदलती है, और अनिश्चित (Uncertainty) जब या अनुमान न लगे की बाजार किस दिशा में जायेगी अतः कीमत किसी भी दिशा में जा सकती है। उदाहरण के लिए, “हेड एंड शोल्डर्स (Head and Shoulders),” “डबल टॉप (Double Top),” और “कप एंड हैंडल (Cup And Handle)” जैसे पैटर्न शामिल हैं, जो अलग-अलग मार्केट ट्रेंड्स (Market Trends) को दर्शाते हैं।
स्टॉक चार्ट पैटर्न्स के प्रकार (Types Of Stock Chart Patterns)
1. कंटिन्यूएशन पैटर्न्स (Continuation Pattern):

जब कोई मौजूदा ट्रेंड अस्थायी रूप से किसी मार्केट ट्रेंड के दौरान रुकता है, तो इसे कंटिन्यूएशन पैटर्न (Continuous Pattern) कहते हैं। इस पैटर्न को बाजार के ट्रेंड में एक छोटे से ब्रेक के रूप में देखा जा सकता है, जैसे ऊपर की ओर ट्रेंड में बुल्स (Bulls) का विश्राम या नीचे की ओर ट्रेंड में बियर्स (Bears) का रुकना। जब तक प्राइस पैटर्न बनता रहता है, तब तक यह बताना कठिन होता है कि ट्रेंड जारी रहेगा या बदल जाएगा।
इसलिए, इन पैटर्न्स को ट्रेंडलाइन की सहायता से ध्यानपूर्वक देखना चाहिए कि कीमत कंटिन्यूएशन जोन (Continuous Zone) के ऊपर या नीचे टूटती है या नहीं। टेक्निकल विश्लेषकों द्वारा आमतौर पर यह सुझाव दिया जाता है कि जब तक ट्रेंड के बदलने की पुष्टि न हो जाए, तब तक यह मानकर चलना चाहिए कि ट्रेंड जारी रहेगा।
अगर कीमत अपने ट्रेंड पर जारी रहती है, तो इसे कंटिन्यूएशन पैटर्न (Continuous Pattern) कहा जाता है। सामान्यत कंटिन्यूएशन पैटर्न्स में ये चार्ट पैटर्न शामिल हैं:
त्रिकोण (Triangles): त्रिएंगलेस या त्रिकोण टेक्निकल एनालिसिस में सबसे अधिक लोकप्रिय चार्ट पैटर्न्स में से एक हैं, क्योंकि ये अन्य पैटर्न्स की तुलना में अधिक बार बनता है। सबसे कॉमन त्रिकोण (Triangles) हैं: सममित त्रिकोण (symmetrical triangle), आरोही त्रिकोण (ascending triangle), और अवरोही त्रिकोण (descending triangle)। ये चार्ट पैटर्न्स कुछ सप्ताह से लेकर कई महीनों तक चल सकते हैं।
- पेनेन्ट्स (Pennants): जो दो कन्वर्सिंग ट्रेंडलाइन का उपयोग करके बनाए जाते हैं।
- फ्लैग्स (Flags): जो दो पैरेलल ट्रेंडलाइन का उपयोग करके खींचे जाते हैं।
- वेजेस (Wedges): जो दो ट्रेंडलाइन से बनाए जाते हैं, जो अगर लंबी हों तो वे एक-दूसरे से मिल जाती हैं। ये ट्रेंडलाइन या तो ऊपर की ओर या नीचे की ओर झुकी होती हैं।
2. रिवर्सल पैटर्न्स (Reversal Patterns)

रिवर्सल पैटर्न (Reversal Patterns) यह वह प्राइस पैटर्न होता है जो वर्तमान ट्रेंड में बदलाव का संकेत देते हैं। ये पैटर्न तब बनते हैं जब बुल्स (Bulls) या बियर्स (Bears) की ऊर्जा समाप्त हो जाती है। इसके बाद स्थापित ट्रेंड रुक जाता है और फिर नई दिशा में बढ़ता है। उदाहरण के लिए, अगर बुल्स (Bulls) का उत्साह बढ़ रहा है और एक अपट्रेंड (Uptrend) हो रहा है, तो यह रुक सकता है, जिससे बुल्स और बियर्स दोनों के बीच समान दबाव का संकेत मिलता है। इसके बाद, बियर्स के हावी होने से ट्रेंड में गिरावट आ सकती है।
जब बाजार में ट्रेंड बदलता है और ऊपर की ओर से नीचे की ओर जाता है, तो इसे डिस्ट्रीब्यूशन पैटर्न (Distribution Pattern) कहा जाता है, जहाँ ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट अधिक बेचा जाता है। इसके विपरीत, जब ट्रेंड नीचे की ओर से ऊपर की ओर बदलता है, तो इसे एक्यूम्युलेशन पैटर्न (Accumulation Pattern) कहा जाता है, जहाँ ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट अधिक खरीदा जाता है। कॉमन रिवर्सल पैटर्न्स के उदाहरण हैं:
- डबल बॉटम्स (Double Bottoms): डबल बॉटम एक शॉर्ट-टर्म स्विंग लो (Short Term Swing Low) को दर्शाते हैं, जिसके बाद उसी सपोर्ट लेवल (Support Level)को तोड़ने में बाजार असफ़ल होता है।
- हेड एंड शोल्डर्स (Head and Shoulders): हेड एंड शोल्डर दो छोटे प्राइस मूवमेंट्स (Price Movement) जो एक बड़े मूवमेंट के चारों ओर होते हैं।
- डबल टॉप्स (Double Top): डबल टॉप एक शॉर्ट-टर्म स्विंग (Short Term Swing) हाई को दर्शाते हैं, जिसके बाद उसी रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ने में बाजार असफ़ल होता है।
3. पेनेन्ट्स (Pennants)

पेनेन्ट्स कंटिन्यूएशन पैटर्न्स (Pennants Continuous Pattern) वो होता है हैं जो दो ट्रेंडलाइन से बनता है और अंततः एक-दूसरे से मिलता है। पेनेन्ट्स की एक मुख्य विशेषता यह है कि ट्रेंडलाइन दो दिशाओं में चलती हैं—एक डाउन ट्रेंडलाइन (Down Trendline) और दूसरी अप ट्रेंडलाइन (Uptrend Line)। बुलिश पेनेन्ट (Bullish Pennants) एक ऐसा पैटर्न है जो प्राइस में ऊपर की ओर रुझान का संकेत देता है, जबकि बियरिश पेनेन्ट (Bearish Pennants) प्राइस में नीचे की ओर रुझान का संकेत देता है।
4. फ्लैग्स (Flags)

फ्लैग्स कंटिन्यूएशन पैटर्न्स (Flags Continuous Patterns) वो पैटर्न होता है जो दो समानांतर ट्रेंडलाइन से बनता हैं जो ऊपर, नीचे, या साइडवेज़ (Sideways) मूव कर सकता है। आमतौर पर, एक ऊपर की ओर झुकी हुई फ्लैग (Bullish Flag) एक डाउन ट्रेंडिंग बाजार में रुकने का संकेत देती है; जबकि नीचे की ओर झुकी हुई फ्लैग (Bearish Flag) एक अप ट्रेंडिंग बाजार में एक ब्रेक का संकेत देती है। फ्लैग के बनने के दौरान वॉल्यूम में गिरावट होती है, जो फ्लैग से बाहर निकलने पर फिर से बढ़ जाती है।
5. वेज पैटर्न्स (Wedges)

वेज़ पैटर्न्स (Wedges Pattern) कंटिन्यूएशन पैटर्न्स (Continuous) होते हैं, जो दो मिलने वाली ट्रेंडलाइन से बनाए जाते हैं। हालांकि, वेज (Wedge) की विशेषता यह होती है कि दोनों ट्रेंडलाइन एक ही दिशा में होती हैं, चाहे वह ऊपर की ओर हो या नीचे की ओर। एक वेज जो नीचे की ओर झुकी होती है, वह एक अपट्रेंड के दौरान ठहराव को दर्शाती है; जबकि ऊपर की ओर झुकी वेज (Wedge) गिरते हुए बाजार में एक अस्थायी रुकावट को दर्शाती है। जैसे ही कीमत वेज पैटर्न को पार करती है, वॉल्यूम बढ़ता है, जिससे बाजार में बदलाव का संकेत मिलता है।
वेज़, ट्रायंगल और पेनेन्ट से इस तरह से अलग होते हैं कि वे केवल ऊपर और नीचे की ओर प्राइस प्रतिस्पर्धा को दर्शाते हैं, जिससे वेज आम तौर पर कोणीय (Angular) दिखाई देती है।
6. एसेन्डिंग ट्रायंगल्स (Ascending Triangles)

एसेन्डिंग ट्रायंगल (Ascending Triangles) एक कंटिन्यूएशन पैटर्न (Continuous Pattern) है जो एक विशिष्ट एंट्री पॉइंट, प्रॉफिट टारगेट (Profit Target) और स्टॉप लॉस (Stop Loss) लेवल को दर्शाता है। रेजिस्टेंस लाइन (Resistance Line) ब्रेकआउट लाइन (Breakout Line) को काटती है, जो एंट्री पॉइंट (Entry Point) को दर्शाती है। एसेन्डिंग ट्रायंगल एक बुलिश ट्रेडिंग पैटर्न (Bullish Trading Pattern) है।
7. डिसेंडिंग ट्रायंगल्स (Descending Triangles)

डिसेंडिंग ट्रायंगल (Descending Triangles) एसेन्डिंग ट्रायंगल (Ascending Triangles) के विपरीत होता है, जो दर्शाता है कि मांग कम हो रही है, और एक गिरती हुई ऊपरी ट्रेंड लाइन यह संकेत देती है कि ब्रेकडाउन (Breakdown) होने की संभावना है।
8. सिमेट्रिकल ट्रायंगल्स (Symmetrical Triangles)

सिमेट्रिकल ट्रायंगल्स (Symmetrical Triangles) तब बनता हैं जब दो ट्रेंडलाइन एक-दूसरे की ओर मिलती हैं और केवल यह संकेत देते हैं कि ब्रेकआउट (Breakout) होने की संभावना है। ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन की मात्रा आमतौर पर ट्रायंगल के बाएं वर्टिकल (Vertical) साइड की ऊंचाई के समान होती है।
9. कप एंड हैंडल्स (Cup and Handles)

कप एंड हैंडल (Cup and Handles) एक बुलिश कंटिन्यूएशन पैटर्न (Bullish Continuation Pattern) है जहां एक अपवर्ड (Upward) ट्रेंड रुक गया है, लेकिन पैटर्न की पुष्टि होने पर यह फिर से जारी रहेगा। “कप” (Cup) भाग एक “यू” (U) आकार का होना चाहिए, जो कटोरे के गोलाकार भाग जैसा दिखता है। “हैंडल” कप के दाहिनी ओर एक छोटे पुलबैक (Pullback) के रूप में बनता है जो फ्लैग या पेनेन्ट चार्ट पैटर्न जैसा दिखता है। जब हैंडल पूरा हो जाता है, तो स्टॉक नए हाई लेवल पर जा सकता है और अपनी हायर ट्रेंड को फिर से शुरू कर सकता है।
10. हेड एंड शोल्डर्स (Head And Shoulder)

हेड एंड शोल्डर्स (Head And Shoulder) एक रिवर्सल पैटर्न है जो बाजार के टॉप्स या बॉटम्स पर तीन पॉइंट्स की श्रृंखला के रूप में दिखाई दे सकता है: एक प्रारंभिक शिखर या गर्त, फिर दूसरा और बड़ा, और फिर तीसरा पॉइंट जो पहले जैसा दिखता है। एक अपट्रेंड जो हेड एंड शोल्डर्स टॉप पैटर्न की वजह से रुकता है, वह एक रिवर्सल का सिग्नल हो सकता है, जिससे एक डाउनट्रेंड आ सकता है। इसके विपरीत, एक डाउनट्रेंड जो हेड एंड शोल्डर्स बॉटम (Inverse Head and Shoulder) का परिणाम होता है, वह ऊपर की ओर एक ट्रेंड रिवर्सल ला सकता है।
11. डबल टॉप और बॉटम (Double Top and Bottom)

डबल टॉप या बॉटम (Double Top and Bottom) एक रिवर्सल पैटर्न होता है, जो या सिग्नल देता है की बाजार ने दो असफल प्रयास किए हैं एक सपोर्ट (Support) या रेजिस्टेंस (Resistance) लेवल को पार करने के लिए। डबल टॉप अक्सर M अक्षर जैसा दिखता है और एक रेजिस्टेंस लेवल तक एक प्रारंभिक पॉइंट होता है, उसके बाद दूसरे असफल प्रयास होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक रिवर्सल होता है। डबल बॉटम, दूसरी ओर, W अक्षर जैसा दिखता है और तब होता है जब कीमत एक सपोर्ट लेवल को पार करने की कोशिश करती है, फिर असफल रहती है, और दूसरे असफल प्रयास होते हैं। यह अक्सर एक रिवर्सल का परिणाम होता है।
12. गैप्स (Gaps)

गैप्स (Gaps) रिवर्सल पैटर्न होते हैं जो तब बनते हैं जब दो ट्रेडिंग पीरियड्स के बीच अंतर होता है, जो प्राइस में उल्लेखनीय वृद्धि या कमी से होता है। उदाहरण के लिए, एक स्टॉक ₹100 पर बंद हो सकता है और सकारात्मक आय या अन्य समाचारों के बाद ₹120 पर खुल सकता है। गैप्स के तीन मुख्य प्रकार होते हैं: ब्रेकअवे गैप्स (Breakaway Gaps), रनअवे गैप्स (Runaway Gaps), और एक्जॉशन गैप्स (exhaustion gaps)। ब्रेकअवे गैप्स ट्रेंड की शुरुआत में बनते हैं, रनअवे गैप्स ट्रेंड के बीच में बनते हैं, और एक्जॉशन गैप्स ट्रेंड के अंत के निकट बनते हैं।
शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस के कुछ महत्वपूर्ण टेक्निकल शब्दों का मतलब (Meaning of some technical words in stock market technical analysis)
ट्रेंडलाइन क्या होता है? (What is Trendline)

स्टॉक मार्केट में ट्रेंडलाइन एक सीधी रेखा होती है जो किसी स्टॉक की कीमत के ऊपर या नीचे खींची जाती है। यह रेखा कीमत की दिशा और बाजार के रुझान को दर्शाती है। ट्रेंडलाइन का उपयोग सपोर्ट (Support) और रजिस्टेंस (Resistance) लेवल को पहचानने और भविष्य के प्राइस की भविष्यवाणी करने में किया जाता है।
अपट्रेंड, डाउनट्रेंड, और कंसोलिडेशन या साइडवेज मार्केट क्या होता है? (What is Uptrend, Downtrend, and Consolidation or Sideways Market)
अपट्रेंड (Uptrend): स्टॉक मार्केट में अपट्रेंड एक ऐसी स्थिति है जब किसी स्टॉक की कीमत लगातार बढ़ रही होती है। इसमें उच्चतम और निम्नतम मूल्य स्तर धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं। अपट्रेंड दर्शाता है कि बाजार में खरीददारों (Buyers) की रुचि अधिक है और कीमतें ऊपर की ओर बढ़ने की संभावना है। इसे आमतौर पर ट्रेडर्स और निवेशकों द्वारा सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जाता है।
डाउनट्रेंड (Downtrend): स्टॉक मार्केट में डाउनट्रेंड एक ऐसी स्थिति होती है जब किसी स्टॉक की कीमत लगातार गिर रही होती है। इसमें उच्चतम और निम्नतम मूल्य स्तर धीरे-धीरे कम होते जाते हैं। डाउनट्रेंड दर्शाता है कि बाजार में बिकवाली (Selling) का दबाव अधिक है और कीमतें नीचे की ओर बढ़ने की संभावना है। इसे आमतौर पर निवेशकों द्वारा नकारात्मक (Negative) संकेत के रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह संभावित नुकसान की ओर इशारा करता है।
कंसोलिडेशन या साइडवेज मार्केट (Consolidation or Sideways Market): स्टॉक मार्केट में कंसोलिडेशन या साइडवेज मार्केट एक ऐसी स्थिति है जब किसी स्टॉक की कीमतें एक निश्चित दायरे में रहती हैं और न तो ऊपर की ओर बढ़ती हैं और न ही नीचे की ओर गिरती हैं। यह स्थिति तब होती है जब बाजार में खरीदार और विक्रेता दोनों की संख्या लगभग समान होती है, जिससे कीमतें स्थिर रहती हैं। इस दौरान, निवेशक आमतौर पर अगले बड़े मूवमेंट की प्रतीक्षा करते हैं। कंसोलिडेशन बाजार में अनिश्चितता को दर्शाता है और इसे ट्रेंड के अंत या नई दिशा की शुरुआत के संकेत के रूप में देखा जा सकता है।

ओपिनियन:
ऊपर बताये सभी कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न को हमने लाइव शेयर मार्केट में बैंक टेस्ट किया है। और ये कैंडल और चार्ट पैटर्न्स अक्सर आये दिन शेयर बाजार में बनते रहते हैं। लेकिन कभी भी किसी भी ट्रेड में इंटर करने से पहले इन चार्ट् पैटर्न्स के अलावा एक ट्रेडर और इन्वेस्टर को स्टॉक मार्केट के और भी दूसरे सिग्नल्स और इंडीकेटर्स के साथ डाटा को मैच करके सही टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए। और अपने विवेक से सही मनी मैनेजमेंट करते हुए ही ट्रेड करना चाहिए।
शेयर बाजार इतना व्यापक है की इसमें ऐसे कई और कैंडल और चार्ट पैटर्न्स होंगे जिनके बारे में अभी तक रिसर्च नहीं किया गया है और जिनके बारे में पता लगाना अभी बाकी है। जो बाजार को अपने रूप रेखा से प्रभावित कर सकते हैं।